खबर शेयर करें -

मृतकों को सरकार की तरफ से चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलों का उपचार कराना सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार घटना की जानकारी ले रहे हैं।

नहीं थम रहा है रामनवमी की हिंसा का बवाल, सासाराम में बम ब्लास्ट, गोलियों की गूंज से नालंदा में दहशत, 6 लोग घायल

मसूरी में बस दुर्घटना में घायल लोगों का हाल जानने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी दून अस्पताल व मैक्स अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों को घायलों के उचित उपचार के निर्देश दिए। मंत्री जोशी ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। मृतकों के परिजनों को सरकार की तरफ से चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलों का उपचार कराना सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार घटना की जानकारी ले रहे हैं।

यह भी पढ़ें -  इन राशियों के लिए बड़ी खुशखबरी, आर्थिक तंगी से मिलेगी राहत, भाग्य देगा साथ और सूर्य की होगी कृपा

खाई में गिरी सवारियों को लेकर जा रही रोडवेज बस, २ की हुई मौत कई व्यक्ति घायल

परिवहन निगम ने दी सहायता राशि

दून अस्पताल में भर्ती घायलों को परिवहन निगम की ओर से सहायता राशि दी गई। अस्पताल आए रोडवेज के अधिकारी और कर्मचारियों ने घायलों को पांच हजार और गंभीर घायलों को 10-10 हजार की सहायता राशि दी।

परिवहन निगम ने बैठाई जांच

मसूरी में हुए रोडवेज बस हादसे की परिवहन निगम ने जांच बैठा दी है। निगम के महाप्रबंधक संचालन एवं तकनीकी दीपक जैन ने बताया कि वैसे तो प्रशासन के स्तर से अलग जांच होगी लेकिन निगम ने अपने स्तर से जांच बैठाई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे के असली कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल, बताया जा रहा है कि हादसे के पीछे बस के सामने किसी बाइक सवार का आना बताया जा रहा है। उधर, निगम के अधिकारियों ने रविवार को मैक्स अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड : बड़ा खुलासा लालकुआं नकली नोटों का सरगना,ऑनलाइन गेमिंग हर महीने आते थे करोड़ों रुपए जानिए

रामनगर में कोसी नदी में फंसे चार लोगों की पुलिस ने बचायी जान, भारी बारिश के कारण रामनगर में कोसी नदी में आया उफान 

सहारनपुर रोड पर चलाता था बस, मसूरी भेज दिया

हादसे के बाद बस और बस चालक के रूट को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह बस चालक सहारनपुर रूट पर इस बस को चलाता था। लेकिन, रविवार को उसे मसूरी भेज दिया गया। ऐसे में इस हादसे को उसके अनुभव से जोड़कर भी देखा जा रहा है। हालांकि, इस मामले में महाप्रबंधक संचालन संजय गुप्ता ने बताया कि यात्रियों की उपलब्धता को देखते हुए बसों का निर्धारण किया जाता है। जिस रूट पर सवारियां अधिक होती हैं, स्टेशन अधीक्षक उस रूट पर बसों की संख्या अधिक कर देते हैं। ऐसे में इस बस को भी मसूरी के लिए भेजा गया था। बस की फिटनेस वैध है।

You missed