breaking news
खबर शेयर करें -

देहरादून: हाल ही में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर सोशल मीडिया और कुछ अन्य माध्यमों से भाजपा के राष्ट्रीय नेता दुष्यंत गौतम पर लगाए गए आरोपों पर भाजपा नेता जयपाल वाल्मीकि ने कड़ा रुख अपनाया है। एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने इन सभी दावों को सिरे से खारिज करते हुए इसे विपक्ष की एक सोची-समझी साजिश करार दिया।

मुख्य बिंदु:

  • आरोपों का खंडन: जयपाल वाल्मीकि ने स्पष्ट किया कि सुरेश राठौर या अन्य किसी व्यक्ति द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि केवल किसी के कह देने से कोई व्यक्ति अपराधी नहीं हो जाता, जब तक कि उसके खिलाफ ठोस सबूत न हों।
  • मीडिया की भूमिका: उन्होंने मीडिया को समाज का अहम अंग बताते हुए कहा कि भ्रामक प्रचार सोशल मीडिया के जरिए किया जा रहा है, न कि मुख्यधारा की मीडिया द्वारा। उन्होंने अपील की कि तथ्यों की जांच के बिना किसी की छवि धूमिल न की जाए।
  • सीबीआई जांच पर प्रतिक्रिया: जब उनसे सीबीआई जांच की मांग पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि मामला पहले से ही एसआईटी (SIT) की जांच के दायरे में है और जो भी मुख्य आरोपी थे, वे जेल में हैं। अगर किसी के पास दुष्यंत गौतम के खिलाफ कोई ठोस सबूत है, तो वह उसे न्यायालय या पुलिस के समक्ष पेश करे।
  • कांग्रेस पर निशाना: वाल्मीकि ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी इस गंभीर संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रही है और जानबूझकर भाजपा नेताओं को निशाना बना रही है।