उत्तराखंड, लालकुआं
लालकुआं नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए तैयारी कर रहे लोगों की सक्रियता बढ़ गई है हालांकि अभी तस्वीर बिल्कुल भी साफ नहीं है कि इस वर्ष होने वाले नगर निकाय चुनाव के तहत लालकुआं नगर पंचायत सीट की स्थिति क्या रहेगी नगर पंचायत की सीट वर्तमान की तरह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहेगी या सामान्य होगी या महिला के लिए आरक्षित रहेगी अथवा अन्य पिछड़ा जाति वर्ग के लिए इसे आरक्षित किया जाएगा इसको लेकर के कुछ भी कह पाना अभी स्पष्ट नहीं है और कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा लेकिन अगर मगर के खेल से दूर नगर पंचायत अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल नेता जनों ने अपनी सक्रियता तेज कर दी है.
जिन प्रमुख लोगों के नाम नगर पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए सियासी फिजाओं में तैर रहे हैं उसमें मौजूदा चेयरमैन लालचंद सिंह के अलावा पूर्व चेयरमैन रामबाबू मिश्रा भाजपा से बगावत कर विधायक का चुनाव लड़े पूर्व चेयरमैन पवन चौहान व्यापार मंडल अध्यक्ष दीवान सिंह बिष्ट दानी कांग्रेस नेता भुवन पांडे नगर के वरिष्ठ कारोबारी जगदीश चंद्र अग्रवाल युवा समाजसेवी पियूष मिश्रा पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट तथा पूर्व में चेयरमैन का चुनाव लड़ चुके वरिष्ठ भाजपा नेता हेमंत नरूला के नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं
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उपरोक्त नामों में 3 नाम ऐसे हैं जो हर हाल में चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं लेकिन शर्त यह कि सीट सामान्य अथवा महिला के लिए आरक्षित हो इस कैटेगरी में जो तीन सशक्त नाम है उनमें पूर्व चेयरमैन रामबाबू मिश्रा पवन चौहान तथा व्यापार मंडल अध्यक्ष दीवान सिंह बिष्ट दानी के नाम सामने आ रहे हैं बात यदि सीट के सामान्य होने अथवा महिला सीट की संभावना पर करें तो कौन किस पार्टी का सबसे सशक्त एवं दमदार दावेदार हो सकता है इस लिहाज से मौजूदा परिप्रेक्ष्य में कांग्रेस से सबसे सशक्त दावेदार के रूप में पूर्व चेयरमैन रामबाबू मिश्रा का नाम सामने आ रहा है जबकि भाजपा से पूर्व मंडल अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट तथा वरिष्ठ भाजपा नेता हेमंत नरूला दोनों प्रबल दावेदार है इसके अलावा कुशल प्रबंधन में माहिर समझी जाने वाली भारतीय जनता पार्टी विनिंग कैंडिडेट के रूप में दीवान सिंह बिष्ट दानी अथवा पूर्व चेयरमैन पवन चौहान पर भी दांव खेल सकती है जिस प्रकार से पवन चौहान भाजपा के पक्ष में हवा बनाने का काम कर रहे हैं या उसकी नीतियों को लोगों तक पहुंचा रहे हैं उससे कहीं न कहीं इस बात की संभावना को भी बल मिल रहा है.
सीट का स्वरूप वर्तमान की तरह यानि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो जाए तो फिर कांग्रेस के पास सबसे सशक्त दावेदार वर्तमान चेयरमैन लालचंद सिंह है जबकि भाजपा हो सकता है अपने पिछले कैंडिडेट यानी अरुण प्रकाश बाल्मीकि को चुनावी समर में उतार सकती है सीट के ओबीसी होने की संभावना पर कांग्रेस से सबसे सशक्त दावेदार नगर कांग्रेस अध्यक्ष सरदार गुरदीप सिंह है तो भाजपा से वर्तमान सभासद राजलक्ष्मी पंडित बेहद मजबूत दावेदार के रूप में सामने आ रही हैं बहरहाल अभी सीट का स्वरूप क्या रहेगा इस पर सिर्फ कयास लगाए जा सकते हैं गारंटी कुछ भी नहीं लेकिन नगर पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर सियासी तपिश बढ़ने लगी.