मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे में इन दोनों जिलों में जबरदस्त शीतलहर की संभावना है। उन्होंने प्रशासन को एहतियातन आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है।
राज्य के ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में लोगों को फिलहाल ठंड से राहत मिलने वाली नहीं है। मौसम विभाग ने एक बार फिर इन दोनों ही जिलों में शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे में इन दोनों जिलों में जबरदस्त शीतलहर की संभावना है। उन्होंने प्रशासन को एहतियातन आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि ऊधमसिंह नगर के पंतनगर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 10.6 डिग्री पहुंच गया जो सामान्य से नौ डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री पहुंच गया। मुक्तेश्वर में दिन का तापमान 8.9 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान माइनस 0.3 डिग्री दर्ज किया गया।
उन्होंने कहा कि अन्य मैदानी इलाकों में भी शीतलहर देखी जा सकती है। आठ जनवरी से राज्य में पश्चिमी विक्षोभ के भी सक्रिय होने की संभावना है, जिससे बारिश हो सकती है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ का असर जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में अधिक दिखाई देगा। वहीं, दून में आंशिक बादल छाए रहने के साथ ही हल्का कोहरा पड़ने की भी संभावना है।
कोहरे का असर : छह घंटे देर से पहुंची राप्तीगंगा एक्सप्रेस
उत्तर भारत में जारी कोहरे का असर देहरादून से संचालित होने वाली ट्रेनों पर भी पड़ रहा है। मंगलवार को गोरखपुर-देहरादून राप्तीगंगा छह घंटे की देरी से दून पहुंची। इससे यहां से जाने वाली ट्रेन भी देरी से रवाना हुई। गोरखपुर-देहरादून राप्तीगंगा एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय अपराह्न दो बजे के बजाय रात आठ बजे दून रेलवे स्टेशन पहुंची। इसके चलते यात्रियों का दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि कोहरे के चलते ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। दो दिन पहले नई दिल्ली-देहरादून जनशताब्दी भी कई घंटे लेट पहुंची थी।
उन्होंने बताया कि देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस, देहरादून-उज्जैन एक्सप्रेस जैसी कई ट्रेनों के संचालन पर पहले से ही रोक लगाई जा चुकी है।
शीतलहर की चपेट में कुमाऊं
कुमाऊं में मंगलवार को कड़ाके की ठंड रही। पूरा मंडल शीतलहर की चपेट में रहा। मुनस्यारी में तापमान -4 डिग्री पहुंच गया है। दिन में धूप खिलने के बाद भी गलन और कंपकंपी से लोग परेशान रहे। नैनीताल के अपेक्षा तराई का क्षेत्र अधिक सर्द रहा। तराई का अधिकतम पारा 10.6 और न्यूनतम पारा 4.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। नैनीताल में अधिकतम तापमान 13 और न्यूनतम 06 डिग्री सेल्सियस रहा। तराई दिनभर कोहरे के आगोश में रहा। लोग धूप निकलने का इंतजार करते रहे। शाम को दोबारा कोहरा छा गया।
नैनीताल और उसके आसपास के क्षेत्रों में दिन में मौसम सामान्य बना रहा। सुबह शाम कड़ाके की ठंड है। मंगलवार दोपहर तक मौसम सामान्य बना रहा और धूप खिली रही। दोपहर बाद आसमान में बादल छाने से ठंड में इजाफा हुआ जबकि शाम से पाला गिरना भी शुरू हो गया। पाला गिरने से तापमान में भी गिरावट महसूस की गई।
पिथौरागढ़ में सोमवार रात आसमान साफ रहा और पाला गिरा। इससे सुबह के समय कड़ाके की ठंड महसूस की गई।
पारे का हाल (डिग्री सेल्सियस में)
जिला अधिकतम न्यूनतम
रुद्रपुर 10.6 4.4
अल्मोड़ा 17 02
नैनीताल 13 06
पिथौरागढ़ 16.2 4
बागेश्वर 19 05