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बरेली. कहते हैं प्यार अंधा होता है। एक बार किसी से प्यार हो जाए तो वह फिर मजहब की दीवारों को भी तोड़ने में पीछे नहीं हटता है। ऐसा ही एक मामला उत्तरप्रदेश से सामने आ रहा है। यहां मिस्ड कॉल से हुई दोस्ती कुछ ही दिन में प्यार में बदल गई और फिर दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली।

बेटा बेटी को छोड़कर प्रेमी की हुई रूबीना

वृंदावन निवासी रूबीना की शादी हो चुकी थी। उसके एक तीन साल और एक छह साल के दो बेटे भी थे। रूबीना का तीन तलाक हो चुका था। वह फिर से घर बसाना चाहती थी। इसलिए रूबीना पे इस्लाम धर्म छोड़कर अपने प्रेमी से शादी कर ली। उसने अपने दोनों बच्चों को भी प्रेमी के लिए छोड़ दिया।

मिस्ड कॉल से हुई दोस्ती

उत्तरप्रदेश के बदायूं जनपद क्षेत्र में रहने वाले प्रमोद और वृंदावन की रूबीना की पहले मिस्ड कॉल के माध्यम से दोस्ती हुई। फिर दोनों सोशल मीडिया पर एक दूसरे के दोस्त बन गए। दोस्ती कुछ ही दिन में प्यार में बदल गई। इसके बाद रूबीना और प्रमोद ने शादी करने की ठान ली। रूबीना को प्रमोद का स्टाइल बहुत पसंद आया।

गोमूत्र और गंगाजल से किया शुद्ध

दोनों की शादी से पहले पंडित केके शंकधार ने गोमूत्र और गंगाजल छिड़ककर रूबीना का शुद्धिकरण किया। जिसके बाद तीन तलाक से पीड़ित रूबीना प्रीती बन गई। इसके बाद दोनों ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सात फेरे लिये

रूबीना बोलीं नहीं मिलत सम्मान

रूबीना ने बताया कि मुस्लिम धर्म में महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है। उन्हें मान सम्मान नहीं मिलता है। इसलिए उनकी हिंदू धर्म में आस्था है। रूबीना ने कहा कि बरेली आकर उसने अपने प्रेमी से शादी कर ली है। वह अपने दोनों बच्चों को छोड़कर आ गई है।