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हल्द्वानी हिंसा मामले में कोर्ट से पुलिस को बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक के बेटे अब्दुल मोईद और अब्दुल मलिक के ड्राइवर की रिमांड के लिए लगाई पुलिस का प्रार्थना पत्र खारिज कर दिया।

इसके साथ ही कोर्ट के आदेश पर मोईद और मलिक के ड्राइवर को वापस न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब दोबारा इन दोनों की रिमांड के लिए मजबूत साक्ष्यों के साथ कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है।

बीती आठ फरवरी को हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा के मामले के दो अहम आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने आठ राज्यों की दौड़ लगाई और यूएपीएस से लेकर लुकआउट नोटिस जारी कराया।

यहां तक कि मलिक और मोईद की गिरफ्तारी के लिए इन दोनों सहित नौ आरोपियों को वांटेड घोषित करने तक की कार्रवाई की। मामले की निगरानी सीधे दिल्ली और देहरादून से की जा रही है। ऐसे में सोमवार को पुलिस कार्रवाई को यह बड़ा झटका माना जा रहा है।

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दरअसल, पुलिस ने अब्दुल मलिक को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के बाद वापस जेल भेज दिया था। इसके बाद अब्दुल मोईद को रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी। इस बीच रविवार की देर रात पुलिस ने मलिक के ड्राइवर जहीर को भी गिरफ्तार कर लिया था।

सोमवार को पुलिस ने मोईद और जहीर दोनों की रिमांड के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज करते हुए दोनों को वापस न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सूत्रों के मुताबिक, मामले में सोमवार को मोईद के अधिवक्ताओं की पैरवी मजबूत रही।

इससे पुलिस की तैयारी को लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं। आखिर कोर्ट से पुलिस का रिमांड प्रार्थना पत्र खारिज होने के पीछे क्या वजह रही। क्या बिना मजबूत आधार के पुलिस ने रिमांड का प्रार्थना पत्र लगा दिया था। इन सवालों के जवाब अभी साफ नहीं हैं।

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एसएसपी प्राद नारायण मीणा ने बताया कि पुलिस मोईद और मलिक के ड्राइवर की रिमांड के लिए कोर्ट में दोबारा प्रार्थना पत्र लगाएगी।

साफिया मामले में निगम जवाब तैयार नहीं कर पाया
हिंसा से जुड़े मामले में की जा रही कार्रवाई में पुलिस के साथ-साथ प्रशासन की सख्ती भी ढीली पड़ती जा रही है। हिंसा मामले में जिस तेजी के साथ शुरुआत में ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई थी, उसमें अब ढिलाई दिखती नजर आ रही है।

अब्दुल मलिक की पत्नी साफिया मलिक के खिलाफ दर्ज मुकदमे में पुलिस ने नगर निगम से संबंधित दस्तावेज मांगे थे। साफिया समेत पांच लोगों के खिलाफ सहायक नगर आयुक्त की ओर से दी गई तहरीर पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज है।

जिसमें फर्जी दस्तावेज लगाकर मलिक का बगीचा वाली जमीन पर कब्जा करने और इसे खुर्द-बुर्द करने के आरोप हैं। करीब सात दिन पहले कोतवाली पुलिस ने नगर निगम को पत्र भेजकर मामले से संबंधित कुछ सवालों के जवाब मांगे थे। मामले में ढिलाई की स्थिति यह है कि नगर निगम ने आज तक पुलिस को ये जवाब नहीं सौंपे हैं।

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हल्द्वानी हिंसा के तीन और आरोपी गिरफ्तार
हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर सोमवार को जेल भेज दिया गया। हिंसा मामले में अभी तक कुल 93 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

रविवार की देर रात हिंसा मामले में पुलिस ने आजादनगर वनभूलपुरा निवासी जहीर, उत्तर उजाला क्षेत्र निवासी मो. शाकिर व लाइन नं. 18 निवासी दानिश खान को गिरफ्तार कर सोमवार तीनों का बेस में मेडिकल कराया। इसके बाद कोर्ट में पेश कर तीनों को जेल भेज दिया।

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