पुलिस ने स्पा सेंटर में छापा मारकर एक बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा किया है. यहां तीन लड़कियों का रेस्क्यू करते हुए पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो जिस्म फरोशी के इस धंधे में संलिप्त थे. ग्राहकों की डिमांड के हिसाब से लड़किया सप्लाई किया करते थे.
पुलिस ने स्पा सेंटर में छापा मारकर एक बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा किया है. यहां तीन लड़कियों को रिहा कराते हुए पुलिस ने तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जो जिस्मफरोशी के इस धंधे में संलिप्त थे. ग्राहकों की डिमांड के हिसाब से लड़किया सप्लाई किया करते थे. पुलिस को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि शहर के कई इलाकों में स्पा सेंटर और मसाज पार्लर की आड़ में देह व्यापार जोरों पर चल रहा है. इसके बाद सामाजिक सुरक्षा शाखा (एसएसबी) को सक्रिय किया गया. मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर एक स्पा सेंटर पर छापा मारा गया.
एसएसबी ने दीनदयाल नगर इलाके में स्थित स्पा सेंटर में छापा मारकर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें स्पा सेंटर का मालिक, एक दलाल और एक महिला शामिल है. पुलिस ने यहां से तीन लड़कियों को भी रिहा कराया है. सेंटर से 80 हजार रुपए की नकदी और मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं.
बताते चलें कि स्पा सेंटर और मसाज पार्लर की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का पुलिस लगातार पर्दाफाश कर रही है. पुलिस को इसकी सूचना मिल तो जाती है, लेकिन सबूत नहीं मिल पाते. क्योंकि जिस्म के दलाल इस गैर कानूनी पेशे को इतनी सजगत के साथ करते हैं कि पुलिस उन तक पहुंच नहीं पाती.
कई मामलों में तो स्थानीय पुलिस की संलिप्तता भी देखी गई है. लोकल बीट के सिपाही छापा पड़ने से पहले ही स्पा सेंटर मालिकों को सूचित कर देते हैं, जिनकी वजह से वो आसानी से भाग जाते हैं. यही वजह है कि इसके लिए ज्यादातर राज्यों में अलग टीम का गठन किया गया है.
पिछले साल अक्टूबर में मुंबई के अंधेरी से पुलिस ने एक हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था. मौके से पुलिस ने 9 लड़कियों का रेस्क्यू कर स्पा मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया था. इस स्पा सेंटर से 4 मणिपुर, 2 मिजोरम, 1 मेघालय, 1 कोलकाता और 1 लखनऊ की लड़की को रेस्क्यू किया गया था.
पुलिस ने बताया था कि स्पा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट का धंधा चलने की सूचना मिलने के बाद एसएसबी ने अंधेरी वेस्ट के म्हाडा इलाके में “रिवाइवल वेलनेस” पर छापेमारी की थी. जांच के दौरान पुलिस को पता चला था कि मुख्य आरोपी अतुल धिवर की गैरमौजूदगी में उसका भाई कामकाज संभालता था.