17 जून को ईद-अल-अज़हा है. यानी ‘क़ुरबानी’ की ईद, जिसे आम ज़ुबान में बकरीद (Bakrid) कहते हैं. इस मौक़े के लिए नवी मुंबई का एक व्यक्ति बकरे लाया था. पर जिन बकरों को ज़िबाह करना था, उनमें से एक की पीठ पर ‘राम’ लिखा हुआ था.
इसकी तस्वीरें सामने आईं, तो हिंदू संगठनों ने उस व्यक्ति के ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया. अब पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को पकड़ लिया है और उसकी गोश्त की दुकान को सील कर दिया है.
हिंदुवादी संगठन बजरंग दल ने मुंबई के CBD बेलापुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दी थी. शिकायत के मुताबिक़, बकरे पर राम लिखकर आरोपी ने हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया है और इससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं.
पुलिस को जांच में पता चला कि ‘क़ुरबानी’ के लिए दुकान पर 22 बकरे लाए गए थे. उन्हीं में से एक बकरे पर राम लिखा हुआ था. फिर पुलिस ने दुकान मालिक सहित कुल तीन लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज कर लिया. मोहम्मद शफ़ी शेख़, साजिद शफ़ी शेख़ और कुय्याम. इनपर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा- 295(ए) और धारा-34 के तहत और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
पिछले साल भी बकरीद पर मुंबई में बवाल हुआ था. तब मुंबई के मीरा रोड इलाक़े में एक आदमी ‘क़ुरबानी’ के लिए दो बकरे लेकर आया था. ये बात सोसायटी में रहने वालों को हज़म नहीं हुई. उन्होंने विरोध किया. ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए और हनुमान चालीसा का पाठ किया. उनका कहना था कि नियम के मुताबिक़ किसी भी पशु को परिसर के अंदर नहीं लाया जा सकता. उन्होंने मांग की कि जिन बकरों को क़ुर्बानी के लिए लाया गया है, उन्हें बाहर किया जाए.