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रामनगर : कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के एक रेंज अधिकारी पर सहयोगी महिला कर्मचारी के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप इन दिनों चर्चा में हैं। सीटीआर प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यस्थल पर छेड़छाड़ रोकथाम अधिनियम के तहत जांच कमेटी गठित की है।

 

सीटीआर में कार्यरत महिला वन दरोगा ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की है कि 29 मार्च को कार्यालय के जरूरी कार्य के नाम में रेंज अधिकारी उसे क्षेत्र से बाहर ले गए। आरोप है कि शराब के नशे में रेंज अधिकारी ने उसके साथ छेड़छाड़ की और उसे भी शराब पीने को कहा।

 

इस पर पीड़ित वन दरोगा ने कड़ा विरोध जताते हुए आरोपी को अलग रहने को कहा। अगले दिन वापस आने पर महिला वन दरोगा ने घटना की लिखित शिकायत उच्च अधिकारियों से की है। घटना के बाद से पीड़ित अवकाश पर है। मामले में सीटीआर के उपनिदेशक दिगंथ नायक ने बताया कि प्रिवेंशन ऑफ सेक्सुअल हैरिसमेंट एक्ट 2013 के तहत मामले की जांच के लिए आंतरिक शिकायत कमेटी गठित की गई है।

 

आरोपी के कार्यस्थल पर होने पर सवाल

सीटीआर कर्मियों ने घटना पर नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि प्रबंधन ने जहां पीड़ित से सहानुभूति रखते हुए अवकाश दिया है, वहीं आरोपी अधिकारी अपने कार्यस्थल पर जमे हुए हैं। जबकि जांच पूरी होने तक उन्हें दूसरी जगह अटैच किया जाना चाहिए था। ऐसे में आरोपी अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए जांच प्रभावित कर सकते हैं। उधर दबी जुबान से कई कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पीड़ित वन दरोगा के समर्थन में आगे आई महिला फॉरेस्टरों का दूसरे रेंज में तबादला किया गया है।