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रुद्रपुर: भगवानपुर में कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम को स्थानीय लोगों और विधायक के विरोध का सामना करना पड़ा है. इस दौरान टीम और स्थानीय लोगों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने कुछ युवकों को भी हिरासत में लिया है. हालांकि, बाद में स्थानीय लोगों ने युवकों को जबरन छुड़ा लिया. वहीं, लोगों के भारी विरोध के बाद टीम को बैरंग लौटना पड़ा.

नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर के भगवानपुर गांव में आज पीडब्ल्यूडी, स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची. जैसे ही टीम ने अतिक्रमण हटाना शुरू किया, वैसे ही हंगामा शुरू हो गया. स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच धक्का मुक्की शुरू हो गई. मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक शिव अरोड़ा अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए. जहां विधायक अरोड़ा ने टीम से 24 से 48 घंटे का समय मांगा.

जिस पर टीम ने बीजेपी विधायक शिव अरोड़ा को बताया कि डीएम के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है. जिसके बाद वो डीएम उदय राज सिंह से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे. इसी दौरान मौके पर मौजूद प्रशासन ने एक बार फिर अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया. अतिक्रमण हटाने वाले टीम के साथ स्थानीय लोगों की तीखी नोकझोंक भी हुई. अपने घर को उजड़ता देख कुछ युवकों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी.

वहीं, बवाल बढ़ने पर आनन-फानन में विधायक शिव अरोड़ा भी मौके पर पहुंचे और जेसीबी के सामने खड़े होकर अभियान को रुकवा दिया. तभी पुलिस कर्मियों ने चिह्नित किए युवकों को पकड़ना शुरू कर दिया. युवकों के परिवार की महिलाओं ने उन्हें बचाने का प्रयास किया. आरोप है कि पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं के साथ भी धक्का मुक्की की. जिसके बाद हिरासत में लिए गए युवकों को स्थानीय लोग ने जबरन छुड़ा ले गए.

क्या बोले विधायक शिव अरोड़ा: मामले में रुद्रपुर बीजेपी विधायक शिव अरोड़ा ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद आज टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी. सुबह अधिकारियों से एक से दो दिन का समय मांगा गया था. साथ ही स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर कार्रवाई करने को कहा गया, लेकिन प्रशासन की ओर से कार्रवाई करने का प्रयास किया गया. जिस तरह से लोगों के साथ पुलिस प्रशासन ने अभद्रता की गई है, वो निंदनीय है. उन्होंने खुद अतिक्रमण की कार्रवाई को खड़े होकर रोका है.