नैनीताल/ संवाददाता:
देवभूमि की सड़कों पर बेलगाम रफ्तार का खूनी खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार की सुबह नैनीताल के तल्लीताल फांसी गदेरा क्षेत्र में एक भयावह सड़क हादसा पेश आया, जहाँ एक तेज रफ्तार कार ने काम पर जा रहे तीन मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया। दिल दहला देने वाली इस घटना में कार चालक ने मानवीयता की सारी हदें पार करते हुए घायलों को कुचलने के बाद भी वाहन नहीं रोका।
काम पर जा रहे थे मजदूर, काल बनकर आई कार
जानकारी के अनुसार, हरि नगर निवासी बिहारी लाल, पप्पू और राजेश लाल रोज की तरह राजभवन मार्ग स्थित आर्मी गेस्ट हाउस में पेंटिंग का काम करने जा रहे थे। अभी वे फांसी गदेरा के पास पहुंचे ही थे कि चढ़ाई पर एक अनियंत्रित कार ने उन्हें पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि तीनों कार के नीचे फंस गए, लेकिन चालक ने उन्हें कुचलते हुए वाहन आगे बढ़ा दिया।
चीख-पुकार के बीच रेस्क्यू, चालक फरार
मौके पर मची चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग और राहगीर तुरंत मदद के लिए दौड़े। लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद वाहन के नीचे फंसे लहूलुहान तीनों घायलों को बाहर निकाला। हादसे को अंजाम देने के बाद कार चालक और उसका साथी वाहन को सड़क पर ही छोड़कर मौके से फरार हो गए।
हालत गंभीर: हायर सेंटर रेफर
सभी घायलों को तत्काल बीडी पांडे अस्पताल पहुंचाया गया। चिकित्साधिकारियों के अनुसार, घायलों में बिहारी लाल की हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है। अन्य दो घायलों का उपचार अस्पताल में जारी है।
रक्षक ही बना भक्षक? पुलिसकर्मी पर शक की सुई
इस मामले में सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब जांच में कार चलाने वाले के पुलिसकर्मी होने की बात सामने आई। सीओ रविकांत सेमवाल ने पुष्टि की है कि वाहन एक पुलिसकर्मी द्वारा चलाए जाने की जानकारी मिल रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस ने वाहन को कब्जे में ले लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें रवाना कर दी गई हैं।


