आपको जानकर हैरानी होगी कि महाठगी के आरोपी सुकेश चंद्रशेखर ने भी मनी लॉड्रिंग के खेल की शुरुआत एक ओटीटी सीरीज देखने के बाद ही की थी. जी हां, दिल्ली पुलिस ने सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में 134 पन्नों की जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें उसने कुछ ऐसा ही खुलासा किया है.
दिल्ली पुलिस ने सुकेश चंद्रशेखर को लेकर चौंकानेवाला खुलासा किया है. इस मामले में दाखिल की गई 134 पन्नों की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में महाठग पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए गए हैं. चार्जशीट के मुताबिक, सुकेश कई तरह के बिजनेस से ठगी की ब्लैक मनी को व्हाइट कर रहा था. यही नहीं तिहाड़ जेल में उसने एक टीवी एक्ट्रेस का ‘यौन शोषण’ भी किया था. इसके बाद सुकेश ने फिर जेल से चिट्ठी लिखकर अपनी सफाई दी है. उसने नोरा फतेही पर करोड़ों का गिफ्ट डकारने का इल्ज़ाम भी लगाया है.
134 पन्नों की चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे
छोटे-मोटे अपराधी अक्सर फिल्मों से आइडिया चुराकर उन्हें जुर्म की दुनिया में इस्तेमाल करने की कोशिश करते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि महाठगी के आरोपी सुकेश चंद्रशेखर ने भी अपने मनी लॉड्रिंग के खेल की शुरुआत एक ओटीटी सीरीज देखने के बाद ही की थी. जी हां, दिल्ली पुलिस ने सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में 134 पन्नों की जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें उसने कुछ ऐसा ही खुलासा किया है. इस चार्जशीट में सुकेश की ठगी की पूरी मॉडस ऑपरेंडी के साथ-साथ उसकी जिंदगी का वो कच्चा-चिट्ठा कैद है, जिस पर पूरी की पूरी फिल्म बन सकती है.
वेब सीरिज देखकर मिला था आइडिया
दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) की मानें तो सुकेश और उसकी पत्नी लीना मारिया पॉल ने नेटफ्लिक्स पर ओजॉर्क नाम की एक वेब सीरीज देखी थी. जिसे देखने के बाद उन्होंने अलग-अलग किस्म के काम धंधों के जरिए ठगी से जुटाई गई काली कमाई को सफेद करने का काम शुरू किया था. दोनों ने इसके लिए एक-एक कर कई बिजनेस की शुरुआत की. ऊपरी तौर पर तो इन धंधों का मकसद किसी भी दूसरे कारोबार की तरह सीधे-साधे तरीके से पैसे बनाने का था, लेकिन असल में महाठगी की आरोपी जोड़ी इन अलग-अलग कारोबार के जरिए ब्लैक मनी को व्हाइट करने में जुटी थी.
नेल आर्टिस्ट्री सैलून के नाम पर खेल
इस जोड़ी ने सबसे पहले लीना मारिया पॉल के नाम पर एक सैलून की शुरुआत की थी. जिसका नाम था नेल आर्टिस्ट्री. इसके बाद एक-एक कर उन्होंने सुपर कार आर्टिस्ट्री, एलएस फिशरीज और न्यूज एक्सप्रेस पोस्ट जैसे कई संस्थान खोले और काले धन को सफेद करने में लगे रहे. इन संस्थानों में वो काला धन लगाते और उन्हें ग्राहकों से होनेवाली कमाई के तौर पर दिखाते और इस तरह वो उस पैसे को व्हाइट मनी में कनवर्ट करते थे. जांच में पुलिस को पता चला कि अकेले नेल आर्टिस्ट्री सैलून में ही मनी लॉड्रिंग के लिए दोनों ने अनगिनत बार कार्ड स्वाइप करके उसकी पेमेंट दिखाई थी. जबकि इतने कम वक्त पर इतना बिजनेस जुटा पाना किसी भी दूसरे कारोबारी के लिए तकरीबन नामुमकिन सी बात होती.
लीना मारिया पॉल के खाते में जमा होती थी रकम
दोनों ने अपने नाम के शुरुआती अक्षरों से ही अपने ज्यादातर बिजनेस की शुरुआत की. इनमें एल का मतलब लीना था. यानी लीना मारिया पॉल, जबकि एस का मतलब था सुकेश. यानी सुकेश चंद्रशेखर. जून 2020 से अगस्त 2021 के दौरान नेल आर्टिस्ट्री, सुपर कार आर्टिस्ट्री, एलएस फिशरीज, एलएस एडुकेशन, न्यूज एक्सप्रेस पोस्ट जैसे अलग-अलग फर्म में करोडों की रकम आई और वो लीना मारिया पॉल के बैंक खातों में जमा करवा दी गई. असल में ये सबकुछ इनकम टैक्स, और फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट जैसे कानूनों को धोखा देने के लिए था. ताकि लोगों से ठगी गई रकम को वो बड़े आराम से अपने काम ले सकें.
सुकेश पर लगा था मकोका
दिल्ली पुलिस ने सुकेश के खिलाफ मकोका यानी महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट 1999 के तहत केस दायर किया था. मकोका के तहत ही दायर दिल्ली पुलिस की इस चार्जशीट में सुकेश और लीना के अलावा अरुण मुत्थू, बी मोहनराज समेत और भी कई लोगों के नाम हैं. पुलिस की मानें तो सुकेश ये साथी असल में उसके साथ मनी लॉड्रिंग के काम में जुटे थे. सुकेश और उसकी इस चौकड़ी ने 2020 और 2021 के दौरान करीब 20 करोड़ रुपये लीना के पांच बैंक अकाउंट में जमा करवाए थे. लेकिन ये तो रही सुकेश की ठगी की मॉडस ऑपरेंडी की एक झलक, जिसका जिक्र दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में किया है.