टनकपुर। अचानक हुए मधुमक्खियों के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक हृदय रोगी था। शरीर पर मधुमक्खियों के डंक के निशान न होने से इस बात की आशंका जताई जा रही है कि घबराहट में उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंप दिया है।
शुक्रवार को टनकपुर पिथौरागढ़ चुंगी के पास भट्ट ईट सप्लायर्स के यहां कार्य कर रहे 51 वर्षीय नरेश चन्द्र तिवारी पुत्र भूपाल दत्त तिवारी, निवासी मनिहारगोठ पर मधुमक्खियों के झुंड ने अचानक हमला बोल दिया। घटना के समय वह पेड़ के नीचे बैठकर काम कर रहे थे।
अचानक हुए मधुमक्खियों के हमले से उसकी चीख निकल गई और वह इधर उधर भागने लगा। चिल्लाने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग वहां पहुंचे और उन्होंने उन्हें उपचार के लिए संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया। अस्पताल के चिकित्सक डा. जितेंद्र जोशी ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी। डाक्टर के अनुसार शरीर में कहीं भी मधुमक्खियों का डंक नहीं था।
बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। एसआइ नवल किशोर ने बताया कि भट्ट ईट सप्लायर्स के पास कई लोग बैठे हुए थे। इस दौरान एकाएक मधुमक्खियों के हमले से कुत्ता बुरी तरह से चीखने लगा। जिसके बाद मधुमक्खियों ने वहां बैठे तीन लोगों पर हमला कर दिया। जिसमें मृतक नरेश तिवारी के साथ माखनलाल पुत्र स्वर्गीय रामलाल निवासी पीलीभीत, मदन राम पुत्र जमन राम, निवासी देवल थल, पिथौरागढ़ , देव सिंह पुत्र दान सिंह, निवासी सूखीढांग शामिल हैं।
मृतक नरेश तिवारी अपने बचाव के लिए इधर उधर भागने लगे और भागते-भागते गिर गये। मृतक के परिजनों ने बताया कि इससे पूर्व भी उसे दिल का दौरा पड़ा था। उन्होंने आशंका जताई कि मधुमक्खियों के हमले से घबराकर दिल का दौरा पड़ गया हो। वन विभाग के रेंजर पीसी जोशी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जिसकी जांच की जा रही है। नगर के विभिन्न स्थानों पर एक माह से अधिक समय से मधुमक्खियों का आतंक थमने को नाम नही ने रहा हैं। अब तक करीब दो दर्जन से अधिक लोगों पर मधुमक्खियों का झुंड हमला कर चुका है। मृतक मूल रुप से पिथौरागढ़ के भौड़ी गांव का रहने वाले है।