खबर शेयर करें -

जिस पति ने मजदूरी कर पत्नी को पढ़ाया। उसे नर्सिंग का कोर्स करवा कर अपने पैरों पर खड़ा कराया। काबिल होते ही उसी पत्नी को अब पति के साथ खड़े होने पर भी शर्म आ रही है।

पति को छोड़कर तीन बच्चों को लेकर अलग रह रही है।

परिवार परामर्श केंद्र में पति अपनी व्यथा सुनाते समय फूट -फूट कर रोने लगा। काउंसलर्स ने दोनों को अगली तिथि पर स्वजन के साथ बुलाया है।

काउंसलर डा. सतीश खिरवार ने बताया कि फिरोजाबाद के रहने वाले युवक ने पत्नी की शिकायत की थी। आरोप लगाया कि पत्नी को उसने आठवीं से पढ़ाना शुरू कर दिया। उसे नर्सिंग का कोर्स कराया।

आगरा में निजी अस्पताल में नर्स बनने के बाद मजदूर पति के साथ खड़े हाेने में भी उसे शर्म आ रही है। घर और बाहर हर वक्त किसी युवक से फोन पर बात करती रहती है।

बेटे की शक्ल न मिलने पर पति ने छोड़ा

परिवार परामर्श केंद्र में शनिवार को पति-पत्नी छह माह के बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने की कहकर आपस में लड़ने लगे। काउंसिलिंग के दौरान सैंया की रहने वाली महिला ने बताया कि 2023 में दिल्ली के युवक से शादी हुई। छह माह का बच्चा है। पति को शक है कि बच्चे की शक्ल उससे नहीं मिलती है। वो उसका बेटा नहीं है।

पति का आरोप है कि पत्नी शादी के बाद दो माह ससुराल में रही और उसके बाद से मायके में ही रहती है। वहीं के युवक से उसके संबंध हैं। गर्भावस्था के दौरान उसने जांच कराई थी। जिस समय गर्भ धारण हुआ था। उस समय पत्नी उसके साथ नहीं थी। बच्चे की शक्ल भी उससे नहीं मिलती है। जब तक बच्चे का डीएनए टेस्ट नहीं होता है।वो दोनों को साथ नहीं रखेगा। दोनों को अगली तिथि पर बुलाया गया है।