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25 मार्च को साल का पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है। संयोग से इसी दिन होली भी है। यह चंद्र ग्रहण 25 मार्च को सुबह 10 बजकर 23 मिनट से शुरू होगा, जो दोपहर 03 बजकर 02 मिनट तक रहेगा।

यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है जिसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा, इसलिए इसका प्रभाव भी होली के त्योहार पर नहीं होगा। लेकिन ज्योतिष की दृष्टि से ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है, इसलिए इस दिन विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। गर्भवती महिलाओं को इस दौरान कुछ खास ख्याल रखना चहिए। ऐसे में चलिए जानते हैं चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए…

  • कहा जाता है कि ग्रहण के दुष्प्रभाव से भोजन दूषित हो जाता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए। वहीं घर में यदि पहले से पका हुआ भोजन रखा है तो उस पर तुलसी की पत्तियां या गंगाजल डाल दें।
  • गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान सुई, चाकू, कैंची जैसी नुकीली वस्तुओं से दूर रहना चाहिए। मान्यता है कि इस तहह की चीजों का उपयोग करने से गर्भ में पल रहे बच्चे पर दुष्प्रभाव हो सकता है।
  • चंद्र ग्रहण के सूतक काल से लेकर ग्रहण के समापन तक गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका नकारात्मक प्रभाव पल रहे बच्चे पर पड़ता है।
  • साथ ही गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण भी नहीं देखना चाहिए। इससे उनकी और गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को हनुमान चालीसा या दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से सभी संकट और नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।
  • साथ ही इस समय अपने इष्टदेव का स्मरण करना भी शुभ होता है। वहीं चंद्र ग्रहण के समापन के बाद स्नान करें और फिर साफ वस्त्र पहने