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एसएसपी के अनुसार मामला युवती से जुड़ा था। इसलिए बिना कोई देरी के दुष्कर्म व अपहरण की धारा में प्राथमिकी की। युवती का उसका मेडिकल कराया। साथ ही जांच के लिए चार थानों की पुलिस टीम का गठन किया। टीम ने घटनास्थल व कई चौराहे के फुटेज चेक किए और सर्विलांस की मदद ली। उन्होंने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में युवती से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई।

युवती के अपहरण और चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। मेडिकल रिपोर्ट में युवती से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। सीसीटीवी में युवती खुद कार में बैठकर जाते हुए दिख रही है। चश्मदीद ने भी अपहरण जैसी घटना से साफ मना किया है। ऐसे में पुलिस ने दुष्कर्म की धारा को अब छेड़छाड़ में बदलकर जांच शुरू कर दी है।

सोमवार को पुलिस बहुउद्देश्यीय भवन में एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि रविवार को एक युवती थाने पहुंची थी। जिसका आरोप था कि शनिवार की शाम को वह डा. सुशीला तिवारी चौराहे के पास खड़ी थी। इस बीच उसका अपहरण हुआ। नशे में धुत युवक उसे जबरन कार में डालकर ले गए। कार को अंदर से लाक कर दिया। उसे शराब पिलाई। इसके बाद कार शहर में घुमाई और दुष्कर्म किया।

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पुलिस ने तुरंत दर्ज किया था मुकदमा

एसएसपी के अनुसार यह मामला युवती से जुड़ा था। इसलिए बिना कोई देरी के दुष्कर्म व अपहरण की धारा में प्राथमिकी की। युवती का उसका मेडिकल कराया। साथ ही जांच के लिए चार थानों की पुलिस टीम का गठन किया। टीम ने घटनास्थल व कई चौराहे के फुटेज चेक किए और सर्विलांस की मदद ली।

उन्होंने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में युवती से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। डाक्टर ने भी दुष्कर्म की बात से मना किया है। सीसीटीवी में युवती कार में खुद बैठकर जाते हुए दिख रही है। मामले में दुष्कर्म की धारा को छेड़छाड़ में बदल दिया है। छेड़छाड़ व अपहरण की धारा में प्राथमिकी कर मामले की जांच की जा रही है।

स्वजन की गैरमौजूदगी में घर से निकली, डांट की डर से लगाए आरोप

युवती ने पुलिस को बताया कि उसका भाई व मां एक शादी समारोह में चले गए थे। इस बीच वह घर से ट्रांसपोर्टनगर जाने के लिए निकली। रास्ते से कार में सवार होकर चली गई। रात को मुखानी चौराहे पर उतरी। यहां पर उसने दोस्त को बुलाया। दोस्त उसे स्कूटी से घर तक छोड़ गया। जब वह घर आई तो स्वजन पहुंच चुके थे। इस दौरान वह काफी डर गई। स्वजन ने घर से जाने का कारण पूछा तो उसने बताया कि उसे कुछ युवक कार से ले गए और दुष्कर्म किया। इसके बाद स्वजन उसे कोतवाली लेकर पहुंचे।

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चारों आरोपित गिरफ्तार और कार सीज

पुलिस ने आरोपित गौजाजाली निवासी ऋषि सागर उर्फ मनोज, अक्षित बसी, दुर्गा कालोनी गौजाजाली निवासी मनोज सागर व देवलचौड़ बंदोबस्ती निवासी धम्मी उर्फ धर्म कीर्ति के विरुद्ध प्राथमिकी की है। पुलिस ने मनोज सागर व ऋषि को शनिवार की रात ही गिरफ्तार कर लिया था। रविवार को अक्षित व धम्मी को भी पकड़ लिया गया। पंच कार को सीज कर दिया है।

विधिक राय लेकर आगे बढ़ेगी पुलिस

एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा का कहना है कि नाबालिग व महिलाओं के मामले में शिकायत आने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। युवती ने झूठे आरोप लगाए हैं। इस मामले में विधिक राय लेकर आगे बढ़ा जाएगा।

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कोतवाल समेत तीन एसओ उतरे सड़क पर

बेहद संगीन आरोप की अफवाह हल्द्वानी के साथ ही देहरादून व दिल्ली तक पहुंच गई थी। इंटरनेट मीडिया में लोग तरह-तरफ की भ्रामक सूचना फैला रहे थे। एसएसपी ने घटना की तहकीकात कराई। कोतवाल उमेश कुमार मलिक समेत काठगोदाम थानाध्यक्ष विमल मिश्रा, बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी व मुखानी थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक को सड़क पर उतार दिया। टीम ने 12 घंटे बाद ही पूरा सच एसएसपी के सामने लाकर रख दिया।

युवती ने युवकों को जानने से किया इंकार

इस मामले में युवती के एक और बयान ने पुलिस को उलझन में डाला है। युवती का कहना है कि वह युवकों को नहीं जानती। सवाल यह उठ रहा है कि वह युवकों को नहीं जानती तो नाम पता कैसे चला। इधर, युवती ने कहा है कि कार में युवक एक-दूसरे का नाम ले रहे थे। जिसे उसने सुना।

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