उत्तर प्रदेश के इटावा के सिवरा गांव में एक शादी का घर अचानक मातम में बदल गया जब दूल्हे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बारात लाने के सिर्फ दो घंटे बाद ही दूल्हे ने यह खौफनाक कदम उठाया।
घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है।
गृह प्रवेश के बाद आत्महत्या
सिवरा गांव निवासी ज्ञान सिंह यादव के छोटे बेटे सतेंद्र यादव की 2 जुलाई को ताखा रतनपुरा गांव की विनीता यादव से शादी हुई। 3 जुलाई को बारात लौटकर घर आई और दुल्हन का गृह प्रवेश हुआ। इसके बाद सतेंद्र अपने कमरे में चला गया। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। जवाब न मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया तो देखा कि सतेंद्र फांसी के फंदे से लटका हुआ था।
दुल्हन को लगा सदमा
पति का शव देखकर दुल्हन को गहरा सदमा लगा और वह बेहोश हो गई। पुलिस को सूचना दी गई और उन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घर में मातम का माहौल है और किसी को भी नहीं समझ आ रहा कि सतेंद्र ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिवार के लोग भी सदमे में हैं और घटना का कारण जानने की कोशिश कर रहे हैं। सतेंद्र के चचेरे भाई ने बताया कि वह अपनी शादी से बहुत खुश था और किसी तरह के विवाद की भी कोई बात नहीं थी।
दूल्हे की खुशी के बावजूद आत्महत्या
सतेंद्र के चचेरे भाई के अनुसार, सतेंद्र अपनी शादी से बहुत खुश था और लड़की से बात भी करता था। उसने अपने दोस्तों को डीजे और जनरेटर लाने के लिए पैसे भी दिए थे और अपनी मां को सोने की अंगूठी और अन्य सामान देकर सोने चला गया था। किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि वह दुल्हन को विदा कर लाने के दो घंटे बाद ही आत्महत्या कर लेगा।
अचानक आया मातम
शादी के घर में अचानक से मातम छा गया और घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। दुल्हन बार-बार बेहोश हो रही है और पूरा गांव इस घटना से स्तब्ध है। परिवार और पुलिस इस घटना की गहराई से जांच कर रहे हैं ताकि सतेंद्र की आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके। यह दुखद घटना न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ा झटका है। सतेंद्र की आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस और परिवार दोनों ही प्रयास कर रहे हैं। ऐसी घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि खुशियों के बीच भी किसी के मन में कितना दुख छुपा हो सकता है।