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लालकुआँ/बिंदुखत्ता। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बरसात से गौला नदी उफान पर है और नदी द्वारा किए जा रहे भू-कटाव से बिंदुखत्ता क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है। रावतनगर और इंद्रानगर-2 के ग्रामीणों की कई बीघा कृषि भूमि इस बरसात में नदी की भेंट चढ़ चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके खेत-खलिहानों का तेजी से कटाव हो रहा है, लेकिन शासन-प्रशासन केवल औपचारिक मुआयना कर रहा है।

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ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अब तक न तो भू-कटाव रोकने के ठोस उपाय किए गए हैं और न ही प्रभावित परिवारों को मुआवजा मिला है। ग्रामीणों ने इसे खोखला आश्वासन करार देते हुए चेतावनी दी कि यदि शीघ्र सुनवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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आज भी भारी मात्रा में बिंदुखत्ता क्षेत्र की ओर गोला नदी ने भू-कटाव किया, जिससे गुस्साए ग्रामीण नदी किनारे जमा हो गए। इस दौरान शिव दत्त नैनवाल, हरीश चंद्र पांडे, खुसाल सिंह भंडारी, भूपेश दत्त, पीतांबर भट्ट, बसंत जोशी, बहादुर सिंह बिष्ट, जानकी बिष्ट, दीवान सिंह चौहान, गोकुल नाथ, दीपक भंडारी, होशियार सिंह, आनंद सिंह, जगत सिंह शाही, भगत सिंह रठौर, गिरीश चंद्र जोशी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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इधर तहसीलदार लालकुआँ कुलदीप पांडे ने बताया कि गोला नदी के भू-कटाव प्रभावित क्षेत्रों में टीम भेजी जा रही है और विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।

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