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10 रुपये…, सीमा के परिवार पर इतने भारी पड़ जाएंगे, उसने कभी सोचा भी नहीं होगा। वो बुधवार शाम दोनों बेटों और बेटी को घर में रहकर पढ़ाई करने की सलाह देकर खेत से पशुओं के लिए चारा लेने गई थी, लेकिन वापस आई तो आयुष गायब था।

पूछताछ करने पर पता चला है कि वह स्वीमिंग पूल में नहाने गया है।

सीमा का कहना है कि दस रुपये के लिए उसके बेटे की स्वीमिंग पूल संचालक ने हत्या की है। मेरे बेटे को मौत के घाट उतारते हुए आरोपियों के हाथ क्यों नहीं कांपे। सीमा ने बताया कि पति की मौत के बाद डेढ़ साल पहले पति की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। न खेती के लिए जमीन और न ही घर का खर्च चलाने के लिए कमाई का कोई जरिया था। जिस कारण सीमा ने मजदूरी शुरू कर थी। वह बेटे-बेटी को पढ़ाकर होनहार बनाना चाहती थी, लेकिन आरोपियों ने आयुष को मौत घाट उतार दिया।

महिला ने बताया कि वीरपाल ने गांव में स्वीमिंग पूल बना लिया था। वो बच्चों से दस- दस रुपये लेता था। आयुष भी नहाने चला जाता था। महिला ने बताया कि उसके साथ नहाने गए अन्य बच्चों ने उसे बताया है कि वीरपाल और उसके पिता ने आयुष को पकड़ लिया था। उससे दस रुपये मांग रहे थे, लेकिन रुपये न देने पर उसे नहीं छोड़ा था। इसके बाद अन्य बच्चे अपने घर आ गए थे।

थम नहीं रहे मां सीमा के आंसू, डीआईजी से सामने हो गई बेसुध
मां को ग्यारह साल के आयुष से बहुत उम्मीदें थीं। उसके अचानक साथ छोड़कर चले जाने के बाद उसके आंसू नहीं थम रहे हैं। घटना की जानकारी मिलने पर डीआईजी मुनिराज जी महिला के घर पहुंचे तो वह अपना दर्द बयां करते हुए बेसुध हो गई। किसी तरह परिवार के अन्य महिलाओं ने सीमा के मुंह पर पानी छिड़क कर उसे होश में लाया गया। शाम को आयुष का शव गांव पहुंचा तो सीमा शव से लिपटकर रोती रही। गांव की महिलाओं ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी।

डेढ़ माह पहले बनाया गया था स्वीमिंग पुल
वीरपाल और उसके पिता ने डेढ़ माह पहले गांव में स्वीमिंग पूल बनाया था। आरोपी पिता-पुत्र बच्चों से दस-दस रुपये लेते थे। जबकि बड़ों से 50 रुपये किराये लेते हैं। बुधवार को भी काफी संख्या में बच्चे पहुंचे थे। बच्चे रुपये नहीं देते थे तो आरोपी पिता-पुत्र उनकी पिटाई कर देते थे। पुलिस ने आरोपी वीरपाल को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। उसका पिता फरार है।

रात में मिले कपड़े सुबह मिला शव
सीमा और उसके परिवार के लोग रात में ही बच्चे की तलाश में जुट गए थे। रात में गन्ने के खेत में बच्चे का बनियान मिला था। इसके बाद पूरी रात बच्चे की तलाश होती रही। देर रात पुलिस भी गांव पहुंच गई थी। सुबह दोबारा से बच्चे की तलाश की गई तो उसका शव गन्ने के खेत में मिल गया। जबकि उसकी टी शर्ट और चप्पल स्वीपिंग पूल पर पड़े मिले।