मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक हैरान हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। घर में खड़ी जज की पत्नी की स्कूटी का ई चालान पहुंचने से सब हैरान रह गए। बिना घर से निकले जज की पत्नी की स्कूटी का चालान कैसे आ सकता है?
जब इस मामले की जांच की तो इसके पीछे एक बदमाश लड़के की करतूत थी।
ग्वालियर में जब जज की पत्नी की स्कूटी का ई चालान पहुंचने लगा तो उन्होंने इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच से की। मामला जज की पत्नी से जुड़ा था तो पुलिस ने भी तुरंत जांच शुरू की। पुलिस को शुरूआती जांच में पता चला कि कोई फर्जीवाड़ा कर रहा है। जांच में यह बात सामने आई है कि एक लड़का उसी नंबर का स्कूटी चला रहा है जो नंबर जज की पत्नी की स्कूटी का है।
आखिरकार पुलिस उस लड़के तक पहुंच गई, जो यह फर्जीवाड़ा कर रहा था। पुलिस की पूछताछ में शख्स ने बताया कि दोस्त से लेकर स्कूटी को गिरवी पर रखा है। ऐसे में उसने चालान से बचने के लिए नंबर प्लेट के कुछ डिजिट को बदल दिया। हालांकि उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि मामला जज की पत्नी से जुड़ जाएगा और इतना बवाल हो जाएगा।
आरोपी लड़के का कहना है कि यह उसकी स्कूटी नहीं बल्कि किसी ने उसके पास गिरवी रखी हुई है, जरूरत पड़ने वह इसे चलाता है, जिसकी स्कूटी है उसे इस बात की जानकारी ना हो इसीलिए नंबर प्लेट के साथ छेड़खानी की है। हालांकि अब वह पुलिस की गिरफ्त में है। इतना ही नहीं, अब पुलिस उस शख्स की भी तलाश कर रही है, जिसके नाम पर ये स्कूटी है।
जज की पत्नी के पास लगातार ई चालान पहुंच रहे थे, जिसमें एक लड़का गाड़ी चलाते हुए दिखता था लेकिन जज का परिवार किसी भी लड़के को स्कूटी देता ही नहीं था। ऐसे में उन्होंने इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच में कर दी। इसके बाद हुई जांच में इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर में सिर्फ जज का परिवार रहता है जबकि जज कहीं और पदस्थापित हैं।