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शहबाद। नगर क्षेत्र में महिला सभासद के छह साल के बेटे के गले में टॉफी अटकने से तड़पकर मृत्यु हो गई। उसकी मृत्यु से सभासद के परिवार में चीख पुकार मच गई

यहां रहने वाली अंजुम पत्नी इकबाल खां वार्ड नंबर आठ से सभासद हैं। उनका सबसे छोटा बेटा छह साल का हमजा मदरसे में पढ़ता था।

सुबह के समय वह घर से पैसे लेकर मुहल्ले में ही परचून की दुकान पर गया और वहां से टॉफी खरीदकर मुंह में डाल ली। टॉफी चूसता हुआ वह घर आ रहा था कि अचानक टॉफी उसके गले में अटक गई। उसकी हालत बिगड़ने लगी और गिर गया। उसकी हालत देख लोगों ने परिवार को सूचना दी।

परिजन आ गए और उसे लेकर तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बालक की आकस्मिक मृत्यु से सभासद के परिवार में कोहराम मच गया। मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

हमजा अपने पांच भाइयों में सबसे छोटा था और सभी का लाडला था। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहबाद की चिकित्सक अलका ने बताया कि स्वजन जब बच्चे को अस्पताल लेकर आए थे, तब वह मृत था।

क्या बोले डॉक्टर

टॉफी गले में अटकने के कारण बच्चे की मृत्यु को लेकर क्षेत्र में दिन भर चर्चा होती रही। इस संबंध में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. फहीम अहमद ने बताया कि हमारे गले में दो नलियां होती हैं। इनमें एक भोजन के लिए है, जबकि दूसरी सांस के लिए।

कुदरत ने ऐसी व्यवस्था की है कि जब खाने की चीज किसी कारण सांस की नली में चली जाती है तो हमें फंदा लग जाता है। फंदे के कारण सांस की नली की ओर जाने वाली चीज वापस बाहर आ जाती है। दिक्कत तब होती है, जब झटके से खाने की चीज सांस की नली में चली जाती है। तब वह मृत्यु का कारण बन जाती है।