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कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के आश्वासन पर हल्द्वानी में ट्रक यूनियन की हड़ताल खत्म हो गई है. हड़ताल के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित किसान थे. किसानों को अपनी फसल ओने पौने दामों पर बेचनी पड़ रही थी.

 कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में दो दिन से चल रही ट्रक एसोसिएशन की हड़ताल तीसरे दिन कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के आश्वासन के बाद खत्म हो गई है. गुरुवार को देवभूमि ट्रक ओनर्स वेलफेयर महासंघ से जुड़े दर्जनों लोगों ने मंगल पड़ाव से कुमाऊं कमिश्नर कैंप कार्यालय तक पदयात्रा की. इसके बाद पदाधिकारियों ने कुमार कमिश्नर दीपक रावत से मुलाकात की. कुमाऊं कमिश्नर ने उनकी मांगों पर आश्वासन दिया, जिसके बाद हड़ताल समाप्त की गई.

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कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के कैंप कार्यालय पहुंचे ट्रक यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों ने कुमाऊं कमिश्नर, आरटीओ, पुलिस प्रशासन और एसडीएम के साथ अपनी मांगे रखी. मांगों में मुख्य रूप से ओवरलोडिंग पर शत प्रतिशत प्रतिबंध लगाना और पुलिस द्वारा अनावश्यक परेशान न किए जाने की मांग रखी.

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दूसरी तरफ कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत का कहना था कि ट्रक मालिकों का किसी भी सूरत में उत्पीड़न नहीं किया जाएगा. साथ ही जो मांगे हमारे स्तर की हैं, उन्हें सॉल्व कर लिया जाएगा. कुछ मांगे जो शासन स्तर की हैं, उन्हें शासन को प्रेषित कर दिया जाएगा. फिलहाल ट्रक यूनियन ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है

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कुमाऊं में फल सब्जी की सप्लाई प्रभावित:

बता दें ट्रक यूनियन की हड़ताल से कुमाऊं के करीब 2 हजार ट्रकों के पहिये थम गए थे. सबसे ज्यादा असर किसानों को हो रहा था. किसानों के फल और सब्जी की फसल मंडी में सड़ रही थी. इस कारण कुमाऊं में फल-सब्जियों की सप्लाई ठप हो गई थी. किसानों को अपनी फसल के दामों में 75 फीसदी गिरावट करनी पड़ रह रही थी.

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