चंपावत/बाराकोट। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में जंगली जानवरों का आतंक लगातार जारी है। ताज़ा घटना चंपावत जिले के बाराकोट क्षेत्र की ग्राम सभा चुयरानी के धरगड़ा तोक से सामने आई है, जहां मंगलवार सुबह एक गुलदार ने देव सिंह अधिकारी (45 वर्ष) पुत्र कल्याण सिंह अधिकारी पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। यह एक महीने के भीतर इस क्षेत्र में गुलदार का दूसरा जानलेवा हमला है, जिससे पूरे इलाके में गहरा डर और आक्रोश फैल गया है।
शव को 30 मीटर तक घसीटा
जानकारी के अनुसार, मृतक देव सिंह अधिकारी सुबह शौच के लिए घर से बाहर निकले थे, तभी अचानक गुलदार ने उन पर धावा बोल दिया। हमले के बाद गुलदार उनके शव को करीब 30 मीटर ऊपर तक घसीटकर ले गया। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और शव को बरामद किया।
ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार शाम को भी गुलदार ने देव सिंह की पत्नी पर हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन वह बाल-बाल बच गई थीं। लगातार हो रही खौफनाक वारदातों से गुस्साए ग्रामीण अब गुलदार को नरभक्षी घोषित कर तुरंत मार गिराने की मांग कर रहे हैं।
जिलाधिकारी ने दिए कड़े निर्देश
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी मनीष कुमार स्वयं मृतक देव सिंह अधिकारी के घर पहुंचे और शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने इस गंभीर मामले को देखते हुए वन विभाग को तत्काल विशेष निगरानी, पिंजरे लगाने, गश्त बढ़ाने और ड्रोन कैमरों से इलाके की मॉनिटरिंग करने के कड़े निर्देश जारी किए हैं।
वन विभाग के एसडीओ सुनील कुमार ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जा रहे हैं, साथ ही जल्द ही ट्रैप कैमरे और ड्रोन कैमरे भी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वन अधिनियम के तहत मृतक परिवार को राहत राशि जल्द ही उपलब्ध करा दी जाएगी।
मृतक जल संस्थान में कार्यरत थे
मृतक देव सिंह अधिकारी जल संस्थान में पीटीसी पद पर तैनात थे और परिवार का पालन-पोषण मजदूरी कर भी करते थे। उनकी असामयिक और दर्दनाक मौत से गांव में मातम और दहशत का माहौल पसर गया है।
वन विभाग ने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें, अकेले न निकलें और खासकर बच्चों पर विशेष ध्यान दें।


