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रेस कोर्स में एक नाबालिग की मौत की घटना से हड़कंप मच गया. मामला विधायक आवास के पास स्थित फ्लैट का है. इसी फ्लैट में काम करने वाली नाबालिग लड़की की मौत हुई है. पुलिस ने अब पोस्टमॉर्मट रिपोर्ट में आए मौत के कारणों का खुलासा किया है. मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और विधायक विनोद चमोली ने मृतक बच्ची के परिजनों से मुलाकात भी की है.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अपराध की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. ये मामले विधानसभा में भी उठते रहे हैं. शहर में घटे ताजा घटनाक्रम ने एक बार फिर आपराधिक घटनाओं को लेकर कई सवाल खड़े किए. लेकिन कुछ देर बार ही मामले ने नया मोड़ ले लिया. दरअसल, देहरादून के रेस कोर्स स्थित एक फ्लैट में नाबालिग लड़की की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. यह घटना विधायक आवास के पास स्थित फ्लैट में घटित हुई. इस फ्लैट में रहने वाले परिवार में एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की काम करती थी.

आत्महत्या या हत्या में उलझी रही पुलिस: 

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गुरुवार सुबह सूचना मिली कि लड़की ने फ्लैट में आत्महत्या कर ली है, लेकिन स्थानीय लोगों ने घटना को हत्या बताकर फ्लैट में जमकर हंगामा किया. बताया जा रहा है कि लड़की पास की ही बस्ती में रहती थी और वो यहां इस फ्लैट में काम करती थी. हालांकि, पुलिस प्रथम दृष्टया मामले को सुसाइड के रूप में ही देख रही थी. लेकिन आसपास के लोगों का कहना था कि यह मामला सुसाइड नहीं बल्कि हत्या से जुड़ा हुआ है. पुलिस ने मामले में परिवार (जहां वो लड़की काम करती थी) के कुछ लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं, कुछ ऐसे वीडियो भी सामने आए हैं जहां कुछ लोग परिवार के लोगों को फ्लैट के अंदर पीट रहे हैं.

घटनास्थल पर पहुंचे कांग्रेस विधायक: 

इस घटना के सामने आने के बाद विधानसभा सत्र के बीच से ही कांग्रेस के तमाम विधायक रेस कोर्स पहुंचे और यहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से इस पूरी घटना की जानकारी ली. ईटीवी भारत से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि यह पूरा मामला संदिग्ध नजर आता है. जिस तरह की स्थिति दिखाई दे रही है, उसे देखकर लगता है कि मामला आत्महत्या का ना होकर हत्या का है.

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वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि मामले में जो घटनाक्रम हुआ है, उससे लगता है कि लड़की की हत्या की गई है. दरअसल, इस छात्रा की मौत सुबह ही होने की बात कही जा रही है. आरोप है कि पुलिस या परिजनों को इसकी जानकारी देने के बजाय परिवार (जहां वो लड़की काम करती थी) द्वारा छात्रा को अस्पताल में भर्ती कर दिया गया. यही नहीं, मृतक छात्रा के परिजनों को फौरन जानकारी देने के बजाय दोपहर 2 बजे उसकी मौत होने की बात बताई गई.

इस मामले में देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि डाक्टरों के पैनल द्वारा मृतका का पोस्टमॉर्टम करने के बाद रिपोर्ट में मौत का कारण आत्महत्या पाया गया है. साथ ही मृतका के शरीर पर कोई बाहरी चोटों के निशान नहीं पाए गए हैं और न ही सेक्सुअल असॉल्ट की बात रिपोर्ट में आई है. डाक्टरों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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वहीं, एसएसपी अजय सिंह ने ये भी बताया कि डीवीआर से सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर पता चला कि मृतका सुबह लगभग 9ः27 बजे के आस-पास स्टूल लेकर बाथरूम की ओर जाती दिखाई दी. इसके बाद सुबह लगभग 10:19 पर फ्लैट मालिक समेत 4-5 लोग लड़की को खोजते हुए बाथरूम की ओर जाते दिखाई दिए, जो लड़की को बाथरूम से वापस लाकर सीपीआर देने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहे हैं.

फिलहाल पूरे मामले में मृतका के पिता की तहरीर पर फ्लैट मालिक के खिलाफ 78/24 धारा 302, 323, 354, 342 और 7/8 पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है. वहीं, वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और क्षेत्रीय विधायक विनोद चमोली ने मृतक बच्ची के परिजनों से मुलाकात की है. वित्त मंत्री और विधायक चमोली ने पीड़ित परिवार को 2 लाख रुपए राहत राशि देने का भी ऐलान किया है.

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