आरोपियों ने 14 जुलाई को कांवड़ियों पर पत्थरबाजी की थी। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है देहरादून के विकासनगर परगना में पुलिस की टीमों की दबिश से हड़कम मचा हुआ है। कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्तों पर किए गए पथराव के बाद पुलिस ने सहसपुर के प्रभावशाली मुस्लिम नेता राशिद पहलवान को गिरफ्तार करके उसकी हिस्ट्रीशीट खोल दी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा शिव भक्तों पर हुए पथराव की घटना को गंभीरता से लेते हुए, देहरादून एसएसपी को कड़ी कार्रवाई करने को कहा था, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।
जानकारी के मुताबिक इस घटना में एक हजार से अधिक अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया था। पुलिस ने इनकी वीडियो के जरिए पहचान करने के बाद ताबड़तोड़ दबिशें शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इस पत्थरबाजी की घटना के 9 आरोपी अग्रिम जमानत में बाहर हैं, जिनमें राशिद पहलवान का भाई जावेद भी शामिल है। पुलिस ने इनके अलावा 9 और लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है, जबकि 13 अन्य की पहचान करके उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अंशुमान खुद इस मामले की रिपोर्ट रोजाना सीएम धामी को दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि राशिद पहलवान की हिस्ट्रीशीट खोल दी गई है। उत्तराखंड में इस तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुस्लिम सेवा संगठन पर भी पुलिस की नजर
7 जुलाई 2023 को मुस्लिम सेवा संगठन द्वारा राशिद पहलवान के ग्राम रामपुर स्थित एक निजी स्कूल में बैठक की गई थी, जिसमें मुस्लिम सेवा संगठन देहरादून के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया। सूत्रों के अनुसार बैठक मे कई हिंदू-मुस्लिल तनाव से संबंधित कई उत्तेजक बातें कही गई थी। इसी बैठक में रामपुर ग्राम से राशिद पहलवान को स्थानीय स्तर पर उक्त संगठन में एक महत्वपूर्ण पदभार भी दिया गया था, उक्त बैठक के पश्चात राशिद पहलवान के उकसाने पर सैकड़ों की अराजक भीड़ द्वारा सुनियोजित तरीके से रामपुर में यात्रा पर जा रहे शिव भक्त कावड़ियों पर पथराव करवाया गया।
पिछले कुछ समय से मुस्लिम सेवा संगठन ने पछुवादून क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है, तब से ढकरानी, विकासनगर आदि कई स्थानों पर सांप्रदायिक तनाव की स्तिथि पैदा हुई और इस्लामिक नारे लगाए गए, जिसे देखकर लगता है कि मुस्लिम सेवा संगठन देहरादून क्षेत्र में कट्टर इस्लामिक सोच के एजेंडे पर कार्य कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है कि देहारदून में पिछले माह हुए एसजीआरआर के छात्र अमन भंडारी पर हुए जान लेवा हमने में भी हमलावरों का इसी संगठन का हाथ तो नहीं है। ऐसा जानकारी में आया है कि हमलावरों में हमला करने से पूर्व बकायदा इस संगठन के एक ग्रुप पर हमलावरों की भीड़ को इकट्ठा कर सुनियोजित तरीके से अमन भंडारी पर जानलेवा हमला किया गया।
इस संगठन के अध्यक्ष नईम कुरैशी, जो की मूलरूप से सहारनपुर का रहने वाला है और वर्तमान समय में देहरादून में रह रहा है। बताया जा रहा है कि ये देवबंद के इशारे पर काम कर रहा है। पुलिस ने इस बारे में भी जांच पड़ताल शुरू कर दी है।