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हल्द्वानी के गौलापार में दिव्यांग बच्ची के साथ यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद सरकार हरकत में आ गई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया है. उन्होंने प्रदेश में संचालित सभी आवासीय शैक्षणिक संस्थाओं की चेकिंग के आदेश दिए हैं.

नैनीताल जिला मुख्यालय हल्द्वानी के गौलापार में दृष्टिबाधित बच्ची से यौन शोषण के मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है. इस मामले के सामने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में संचालित आवासीय शैक्षणिक संस्थाओं का सघन निरीक्षण के दिए निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रभारियों को कार्रवाई करने का कहा है.

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दरअसल, बीते शुक्रवार 13 अक्टूबर को पुलिस ने हल्द्वानी के नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड (NAB) नवाड़खेड़ा के महासचिव और संचालक श्याम धानक को गिरफ्तार किया था. श्याम धानक पर आरोप है कि उन्होंने बच्ची के साथ गलत काम किया है. इस मामले में 13 साल की पीड़िता ने नैनीताल एसएसपी प्रह्वाद नारायण मीणा को शिकायत पत्र भेजा था, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए NAB के महासचिव और संचालक श्याम धानक को गिरफ्तार किया था.

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वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले को गंभीरता से लिया और प्रदेश में संचालित तमाम आवासीय शैक्षिक संस्थाओं का सघन निरीक्षण करने का आदेश दिए, ताकि इस प्रकार की दुखद एवं हृदय विदारक घटना की पुनरावृत्ति न हो. सीएम के आदेश पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किया.

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शासन की तरफ से जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि संबंधित विभाग और पुलिस अधिकारियों के साथ संयुक्त टीम बनाकर आवासीय शैक्षणिक संस्थाओं में जागरुकता अभियान चलाया जाए. यदि किसी बच्चे के साथ यौन शोषण और दुर्व्यवहार का कोई प्रकरण संज्ञान में आता है, तो तत्काल कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए. जागरुकता अभियान के अंतर्गत संस्थाओं में सघन निरीक्षण करते हुए उसकी रिपोर्ट शासन को एक महीने के भीतर उपलब्ध कराई जाए.

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