उत्तराखंड में नशे की लत परिवारों को तबाह कर रही है। इस बार मामला देहरादून का है। जहां शराब की लत ने एफआरआई कर्मचारी को हैवान बना दिया।
आरोपी ने गला दबाकर पत्नी की हत्या कर दी। मरने वाली महिला का कसूर सिर्फ इतना था कि वह पति के शराब पीने का विरोध करती थी। पत्नी की हत्या के बाद आरोपी पति उसकी लाश को दून अस्पताल भी ले गया, ताकि हत्या को खुदकुशी का रूप दे सके। पत्नी के मायके वालों ने आरोपी पति पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी से पूछताछ की तो सारे मामले का भेद खुल गया। घटना कैंट थाना क्षेत्र की है। 27 जनवरी को यहां एफआरआई में एमटीएस के पद पर तैनात दीपक ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। परिजनों ने बताया कि दीपक और उसकी पत्नी सुधा यादव की शादी 2 नवंबर 2022 को हुई थी।
सुधा के मायके वालों का आरोप है कि दीपक सुधा पर लगातार दहेज में कार लाने का दबाव बना रहा था। जबकि, शादी के वक्त सुधा के परिजनों ने उसे दहेज में 20 लाख रुपये नकद दिए थे। अब उसकी मांग बढ़ती जा रही थी। इस पर 22 जून को उसने इटावा में सुधा से मारपीट भी की थी। बाद में दीपक ने इसके लिए माफी मांगी और सुधा को अपने साथ देहरादून ले आया। दोनों एफआरआई परिसर में ही रह रहे थे। 27 जनवरी को दीपक घर में शराब पीकर आया। सुधा ने टोका तो दीपक ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। सुधा के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अब दीपक, उसके पिता गिरदाबल, मां मिथलेश, भाई उदय और अक्षय के खिलाफ दहेज के लिए हत्या करने के आरोप में केस दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है।