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पिथौरागढ़: उत्तराखंड के सीमांत पिथौरागढ़ जिले से गजब का मामला सामने आया है. जहां कोर्ट ने जिस अपराधी को दो साल पहले मृत घोषित कर दिया था, उस अपराधी को पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है. इससे पहले अपराधी को मृत घोषित कर उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी परिजनों को थमा दिया गया था, लेकिन वो अब जिंदा मिला है.

करीब 3 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर हुआ था फरार: दरअसल, बीती 14 अप्रैल 2008 को पिथौरागढ़ के गांधी चौक निवासी एक शख्स ने कोतवाली पिथौरागढ़ में एक तहरीर सौंपी थी. जिसमें शख्स ने आरोप लगाया था कि पिथौरागढ़ के ही पुनेड़ी महर निवासी दिनेश चंद्र पुनेठा पुत्र जीवन चंद्र पुनेठा ने उसके साथ 2 लाख 75 हजार रुपए की धोखाधड़ी की है. जिस पर कोतवाली पुलिस ने धारा 409 भा.द.वि के तहत मुकदमा दर्ज किया. उधर, मुकदमा दर्ज होने की भनक लगते ही आरोपी इलाका छोड़ फरार हो गया. जिसकी गिरफ्तारी के लिए 24 मार्च 2009 को पिथौरागढ़ पुलिस ने 2 हजार रुपए का इनाम घोषित किया.

10 मार्च 2022 को कोर्ट ने घोषित किया मृत: वहीं, न्यायालय ने 21 मार्च 2009 को आरोपी को मफरूर घोषित कर दिया. उधर, पिथौरागढ़ पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई बार संभावित स्थानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लग पाया. इसी बीच आरोपी दो साल पहले यानी 10 मार्च 2022 को न्यायालय के आदेश पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी बना दिया गया.

चिमसियानौला से आरोपी हुआ गिरफ्तार: वर्तमान में मफरूर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत पिथौरागढ़ पुलिस अधीक्षक रेखा यादव के निर्देशन पर पुलिस की टीम ने आरोपी दिनेश चंद्र पुनेठा को चिमसियानौला से गिरफ्तार कर लिया. जिसे अब न्यायालय के पेश कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. वहीं, दो साल पहले मर चुके आरोपी की गिरफ्तारी पर लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. साथ ही लोग चुटकी लेने से भी नहीं चूक रहे हैं.