सरकारी विभागों में आउटसोर्स पदों को भरने के लिए सेवायोजन विभाग ने रोजगार प्रयाग पोर्टल तैयार किया है। आउटसोर्स में नौकरी पाने के लिए युवाओं को पहले किस्मत की परीक्षा देनी होगी। आवेदकों की संख्या अधिक होने पर कंप्यूटर से रेंडम आधार पर प्रतिभागियों की सूची तैयार की जाएगी।
ऐसे में अगर भाग्य ने साथ दिया तो ही चयन प्रक्रिया में जगह मिलेगी। रोजगार प्रयाग पोर्टल को लेकर जारी शासनादेश के मुताबिक, भर्ती प्रक्रिया में पदों के सापेक्ष तीन गुना अभ्यर्थियों को ही साक्षात्कार और परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। आवेदक अधिक होने पर रेंडम आधार पर छंटनी की जाएगी। ऐसे में अन्य आवेदक चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकेंगे। कंप्यूटर के आधार पर प्रतिभागियों का रेंडम चयन होने पर कई योग्य आवेदक चयन प्रक्रिया में शामिल होने से वंचित रह जाएंगे।
ठेकेदारी प्रथा से मिले निजात
बेरोजगार युवाओं का कहना है कि रोजगार प्रयाग पोर्टल पर चयन प्रक्रिया सेवाप्रदाता के अतंर्गत नहीं, बल्कि सेवायोजन विभाग या सरकारी विभागों के अधीन होनी चाहिए जिससे सरकार की ओर से मिलने वाली राशि सीधे कार्मिक के खाते में जाए। जैम पोर्टल पर पंजीकृत सेवाप्रदाता के अंतर्गत भर्ती करने पर सेवाप्रदाता अपना कमीशन काट लेगा।
रिक्तियों के प्रकाशन के 24 घंटे बाद करें रजिस्ट्रेशन
रोजगार प्रयाग पोर्टल में कई युवा रजिस्ट्रेशन करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। युवा लगातार सेवायोजन विभाग में अधिकारियों और कर्मचारियों को फोन कर पंजीकरण ना होने की शिकायत कर रहे हैं। वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि प्रयाग पोर्टल वेकेंसी आधारित है। पोर्टल पर रिक्तियों के प्रकाशन के 24 घंटे बाद अंतिम तिथि तक आवेदन कर सकते हैं।
योग्यता के आधार पर नहीं, बल्कि रेंडम तरीके से चुने गए अभ्यर्थी ही चयन प्रक्रिया में भाग ले पाएंगे। आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिलना चाहिए। -पीयूष जोशी, संयोजक, उत्तराखंड युवा एकता मंच।
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आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों को साक्षात्कार और चयन प्रक्रिया में पूर्ण रूप से सम्मिलित नहीं किया जाएगा। ऐसे में आवेदन करने वाले अभ्यर्थी अपनी योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि कंप्यूटर से चयन किए जाने पर नौकरी में आएंगे। -भूपेंद्र कोरंगा, युवा नेता
रोजगार प्रयाग पोर्टल के जरिये होने वाली चयन प्रक्रिया में ठेकेदारी प्रथा को मजबूती मिलेगी। सेवाप्रदाता के जरिये चयन प्रक्रिया करवाने के बजाय सेवायोजन विभाग या संबंधित विभाग को योग्यता के आधार पर खुली भर्ती करनी चाहिए। -राहुल पंत, कोटाबाग
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आउटसोर्सिंग के लिए तैयार प्रयाग पोर्टल में युवाओं को रजिस्ट्रेशन में समस्या आ रही है। वेबसाइट पर युवा लॉगिन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी आवेदनकर्ताओं को चयन प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिले। -कार्तिक उपाध्याय, समाजसेवी
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कोट—
आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों में से रेंडम आधार पर सूची का निर्माण पोर्टल से किया जाएगा। तीन गुना आवेदनकर्ताओं में से चयन की पारदर्शी व्यवस्था बनाकर चयन किया जाएगा। जेम पोर्टल पर सेवा प्रदाताओं की रेटिंग लगातार उनकी सेवाओं के दृष्टिगत होती है। -विजय यादव, सचिव, सेवायोजन विभाग।