कर्ज से परेशान होकर करी आत्महत्या आखिर ऐसा क्या हुआ जिससे खाना पड़ा जहर
सूदखोरों से परेशान प्रापर्टी डीलर ने जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे पहले बेस अस्पताल और फिर डाॅ. सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर आए। उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। युवक के स्वजन का आरोप है कि सूदखोरों ने दोगुने पैसे मांगने का दबाव बनाया और नई स्कूटी भी जब्त कर ली थी।
कमलुवागांजा के देवपुर में रहने वाला 32 वर्षीय विनय पांडे पुत्र भुवन पांडे प्रापर्टी डीलर था। उसके भाई मनोज पांडे का कहना है कि कुछ समय पहले काम के सिलसिले में सूदखोरों से पैसा लिया था। सूदखोरों को समय-समय पर पैसे लौटाता रहा। इसके बाद भी ब्याज समेत दोगुनी रकम बता दी गई।
काम में नुकसान होने के चलते नहीं लौटा पाया था रकम
काम में नुकसान होने पर भाई कुछ महीने से पैसा नहीं लौटा पाया। 10 अक्टूबर को विनय नई स्कूटी फाइनेंस कराकर लाया। जिसे सूदखोरों ने जब्त कर लिया। पैसे का दबाव बनाने व स्कूटी जब्त करने से भाई तनाव में आ गया था।
रविवार की रात को उसने जहर खा लिया। परिवारजनों ने उसे घर के आंगन में उल्टी करते देखा। आनन-फानन में उसे बेस अस्पताल लाया गया। जहां से डॉक्टर ने डाॅ. सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया। देर रात उसकी मौत हो गई।
इधर, मुखानी थाना प्रभारी प्रमोद पाठक ने बताया कि प्रापर्टी डीलर के परिवार की ओर से तहरीर नहीं मिली है। तहरीर के आधार पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
एक भाई की पहले हो चुकी है मौत
जवान बेटे की मौत से पांडे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। भुवन के तीन बेटे थे। एक बेटे की एक साल पहले नदी में नहाते वक्त डूबने से मौत हो गई थी। युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।