रेलवे पुलिस को और क्राइम विंग अलीगढ़ को सूचना मिली थी कि दादरी में रेलवे के ई-टिकटों की कालाबाजारी करने वाला एक शातिर है. सूचना पर पुलिस ने छापेमारी करते हुए मोइनुद्दीन चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के कब्जे से 70 हजार रुपए के आने वाले समय की यात्रा के करीबन 25 ई-टिकट और पिछले दिनों के करीबन 84 हजार रुपए के 53 टिकट बरामद किए गए.
गौतमबुद्ध नगर के दादरी रेलवे पुलिस फोर्स को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. रेलवे पुलिस ने अवैध रूप से रेलवे ई-टिकटों की कालाबाजारी करने वाले एक शातिर को गिरफ्तार किया है. यह शातिर रेलवे को अब तक 30 लाख का चूना लगा चुका है. आरोपी सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेलवे की टिकटों की कालाबाजारी किया करता था और जरूरतमंद लोगों को कई गुना दामों पर टिकट बेचा करता था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
दरअसल, दादरी रेलवे पुलिस को और क्राइम विंग अलीगढ़ को सूचना मिली थी कि दादरी में रेलवे के ई-टिकटों की कालाबाजारी करने वाला एक शातिर है. सूचना पर पुलिस ने छापेमारी करते हुए मोइनुद्दीन चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के कब्जे से 70 हजार रुपए के आने वाले समय की यात्रा के करीबन 25 ई-टिकट और पिछले दिनों के करीबन 84 हजार रुपए के 53 टिकट बरामद किए गए. इसके अलावा लैपटॉप, प्रिंटर, मोबाइल और नगदी भी बरामद की गई है. पकड़ा गया मोइनुद्दीन चिश्ती दादरी के साद ऑनलाइन जॉन के नाम से दुकान चलाया करता था, जहां पर इस काले कारोबार को अंजाम दिया करता था.
टिकट पर 200 से 2 हजार रुपये अधिक चार्ज
दादरी रेलवे पुलिस फोर्स के प्रभारी सुशील वर्मा ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी पर्सनल आईडी एवं अवैध सॉफ्टवेयर की मदद से तत्काल टिकट बनाकर उनकी कीमत से ज्यादा मूल्य अधिक पर जरूरतमंद लोगों को बेचा करता था. आरोपी अब तक रेलवे को 30 लाख का चुना लगा चुका है. ये शातिर अवैध सॉफ्टवेयर NEXUS, BIGBOSS ओर SIKKA V2 का इस्तेमाल कर रहा था. आरोपी के द्वारा करीब 100 पर्सनल यूजर आईडी बनाई गई थी. इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से कालाबाजारी किया करता था. यह पर्सनल आईडी पर अवैध रूप से टिकट बनाकर कई गुना दामों पर लोगों को बेचा करता था. टिकट पर 200 से ₹2000 ज्यादा कमाया करता था.