खबर शेयर करें -

रानीपोखरी में शराब की गाड़ी लेकर ठेका खोलने पहुंची आबकारी टीम को ग्रामीणों और महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध के बाद आबकारी टीम लोगों को दो दिन की मोहलत देकर शराब का वाहन लेकर वापस लौट गई।

क्षेत्रीय लोग बड़कोट वन रेंज जाने वाले रास्ते के पास शराब का ठेका खोले जाने को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि रानीपोखरी में पहले से ही शराब के ठेके मौजूद हैं। इसके बावजूद जनभावनाओं के विपरीत मंदिर के पास शराब का ठेका खोला जा रहा है। पूर्व प्रधान विजय भट्ट ने कहा कि दिल्ली के एक व्यक्ति ने नियमों के विपरीत निर्धारित नाप से अधिक जमीन लेकर उस जमीन को ठेके के लिए पचास हजार रुपये महीना किराए पर दिया है।

यह भी पढ़ें -  ITBP को इन फूड्स की सप्लाई; उत्तराखंड के 4 जिलों के किसानों ने 5 महीने में ही कमाए ढाई करोड़

मनोज रावत ने कहा कि ग्रामीण पिछले कई दिनों से शराब ठेका खोले जाने का विरोध कर रहे हैं। इसके बावजूद आबकारी विभाग की टीम फोर्स के साथ शराब का वाहन लेकर पहुंची। जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया है। विरोध के बाद आबकारी विभाग की टीम ने उन्हें दो दिन का समय देते हुए कहा है कि इन दो दिनों में ग्रामीण संबधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक अपनी बात रख सकते हैं।

यह भी पढ़ें -  यात्रा के लिए सजने-संवरने लगे चारों धाम, अक्षय तृतीया पर यमुनोत्री व गंगोत्री के कपाट खुलेंगे

नियमों के अनुरूप ही प्रस्तावित जगह पर शराब की उप दुकान खोली जा रही है। दो साल पहले भी इस क्षेत्र में एक डिपार्टमेंटल स्टोर खोला गया था। जो नुकसान के चलते बंद हो गया है और पास में ही बार भी है। ग्रामीणों ने दो दिन का समय मांगा है। जिस कारण उनकी बात मानी गई है।
– प्रेरणा बिष्ट, आबकारी निरीक्षक ऋषिकेश