आदर्श कॉलोनी चौकी में भाई और बहन के रिश्तों में खटास का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देर रात्रि दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ।
बाद में यह झगड़ा व हाथापाई खौफनाक मंजर में तब्दील हो गया। हर किसी के जहन में यही सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मंगलवार की रात ऐसा क्या हुआ कि भाई-बहन के रिश्ते हत्या व आत्महत्या में बदल गए।
बताते चलें कि मृतक सुनील कुमार और करिश्मा आपस में सगे भाई-बहन थे। करिश्मा परिवार की छोटी थी और इकलौता भाई सुनील तीसरे नंबर का था। जेल से छूटने के बाद जब सुनील रुद्रपुर आया तो खुद करिश्मा ने भाई के साथ रहने का निर्णय लिया।
चार दिन पहले ही किराए पर कमरा लिया और मंगलवार की रात एक बजे अचानक खूनी रिश्तों के बीच ऐसा क्या हुआ कि दोनों के बीच पहले कहासुनी व झगड़ा हुआ। उसके बाद ढाई बजे के करीब भाई ने बहन की गला दबाकर खुद भी खुदकुशी कर ली।
घटनास्थल पर करिश्मा के गले में रस्सी व मुंह व नाक से निकला खून और सुनील के शरीर पर मामूली चोटों के निशान व नाक से निकला खून इस बात की पुष्टि करते हैं कि दोनों के बीच झगड़ा खूनी जुनून में बदल गया। वहीं मृतक के बहनोई व पुलिस भी हैरान है कि देर रात्रि सगे भाई-बहन के बीच ऐसा क्या हुआ कि दोनों ने खून के रिश्तों को भुलाकर हत्या व आत्महत्या की दास्तां लिख डाली। यह सवाल पुलिस, पब्लिक व मृतक के रिश्तेदारों के जहन में उठ रहे हैं। जिनका जवाब जानने के लिए पुलिस ने अपनी जांच को शुरू कर दिया है।
बहन का हत्यारा भाई सुनील कुमार पत्नी की आत्महत्या प्रकरण में चार साल की कैद काट चुका है। मृतक सुनील के बहनोई रवि कुमार ने बताया कि सुनील की शादी मई 2020 को निर्मला के साथ हुई थी और शादी के कुछ दिन बाद ही दोनों के बीच पारिवारिक कलह रहने लगा। जिस कारण अगस्त माह 2020 को निर्मला ने खुदकुशी कर ली। आत्महत्या के लिए उकसाने व दहेज हत्या के आरोप में सुनील जेल चला गया था। बताया जा रहा है कि चार साल बाद सुनील फरवरी 2024 में जमानत पर रिहा हुआ था।
जहां एक ओर भाई सुनील पर पत्नी को आत्महत्या के उकसाने का आरोप लगा था। वहीं करिश्मा ने भी एक साल पहले गनिया बरेली के रहने वाले रामचंद्र के साथ लव मैरिज की थी। मगर यहां भी शादी के कुछ माह बाद ही वैवाहिक जीवन में मनमुटाव शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि आपसी रिश्ते खराब होने पर करिश्मा अपनी बहन के यहां सिंह कॉलोनी में आकर रहने लगी और जब भाई को जमानत मिली तो वह साथ रहने की बात कहकर घर से निकली थी।
पत्नी की आत्महत्या के आरोप में चार साल जेल काटने के बाद सुनील कुमार अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने की सोचने लगा था। यही कारण था कि फरवरी माह में जमानत पर रिहा होने के बाद उसे बहनोई रामचंद्र के साथ मिलकर सब्जी और फल का ठेला लगाकर रोजगार शुरू कर दिया था। बुधवार को भी मृतक सुनील कुमार को बगवाड़ा मंडी खरीदारी करने जाना था। जब बहनोई कमरे पर गया तभी हत्या और आत्महत्या कांड का पता चला।
करिश्मा-सुनील हत्या व आत्महत्या प्रकरण मामले की जांच शुरू कर दी गई है, क्योंकि युवती का शव जमीन पर पड़ा हुआ था और युवक का लटका हुआ था। हाथापाई के साक्ष्य भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट हत्या और आत्महत्या की आशंका की पुष्टि करेंगे। इसके अलावा वारदात की वास्तविक वजह भाई-बहन के परिजनों व रिश्तेदारों से पूछताछ के बाद ही साफ हो पाएंगे। मामले की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया है।