उत्तराखंड परिवहन निगम संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर बुधवार को रोडवेज कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर रहे। जिस कारण परिवहन निगम की अधिकांश सेवाएं ठप रहीं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। बस नहीं मिलने के कारण यात्री दिनभर इधर-उधर भटकते रहे। कई यात्री टैक्सी और केमू बसों से गंतव्य को रवाना हुए।
उत्तराखंड परिवहन निगम की हल्द्वानी से चलने वाली दिल्ली, चंडीगढ़, गुड़गांव, कोटद्वार, आगरा, मथुरा, शामली, बरेली, पिथौरागढ़, गंगोलीहाट, देहरादून सहित कई प्रमुख मार्गों में बसों का संचालन ठप रहा। संगठन के बैनर तले देहरादून, नैनीताल और टनकपुर में कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर मांगों को पूरा करने की मांग उठाई। वहीं रुद्रपुर, काशीपुर और भवाली डिपो में भी बसों का संचालन ठप रहा।
इधर, मोर्चे के पदाधिकारियों की देहरादून में संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह की अध्यक्षता में वार्ता हुई। जिसके बाद कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार समाप्त कर दिया। शाम पांच बजे के बाद सभी कर्मचारी काम पर लौट गये। जिससे निगम की बसों का संचालन सुचारु हुआ। बैठक में महाप्रबंधक प्रशासन अनिल सिंह गर्ब्याल, महाप्रबंधक संचालन सीपी कपूर, महाप्रबंधक कार्मिक सीपी कपूर, संयोजक अशोक चौधरी, रविंदर कुमार, रामकिशन राम और राजीव खुल्बे मौजूद रहे।
उधर, कर्मचारियों ने शाम पांच बजे हल्द्वानी बस स्टेशन पर बैठक कर संयुक्त मोर्चे की प्रांतीय कार्यसमिति का आभार जताया। यहां उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी इम्लाइज यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश वर्मा, रोडवेज एससी-एसटी श्रमिक संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष भगवान दास, नितिन दीक्षित, इकबाल अहमद, मनोज्ञ भट्ट, सूरज बाबू, अजय शर्मा, नरेंद्र बिष्ट, कैलाश कांडपाल, संदीप बिष्ट, मो. अफताब, आनंद बिष्ट, गोविंद जोशी, धर्मेंद्र बिष्ट, विश्वास गूर्जर, नित्यानंद, वाईपी काम्टे, सतीश लाल, किशोरी लाल, कतील अख्तर, सोना राम, जसवीर पाल, गुरमीत सिंह, सतीश गुप्ता, राजकुमार, कमल बिष्ट, संजय श्रीवास्ताव, राज कश्यप, ब्रजेश सिंह, जीवन आर्या, नवीन लोहनी मौजूद रहे।
इन बिंदुओं पर बनी सहमति
1. उत्तराखंड परिवहन निगम में कार्यरत संविदा, विशेष श्रेणी चालक, परिचालक व तकनीकी कार्मिकों के नियमितीकरण के लिए समिति गठित की गई है, जो गुरुवार को अपनी रिपोर्ट प्रबंध निदेशक को उपलब्ध करायेगी।
2. राष्ट्रीयकृत मार्गों पर निजी ऑपरेटरों को परमिट दिये जाने के मामले में पुन: विचार किया जाएगा। निगम मुख्यालय और परिवहन आयुक्त के स्तर पर आपत्तियों के निस्तारण के बाद आगे कार्यवाही की जाएगी।
3. 500 नई बसें खरीदने के संबंध में स्पष्ट किया गया कि 130 छोटी बसें खरीद ली गई हैं जो शीघ्र निगम को मिल जाएगी और 175 नई बसें खरीदने का प्रस्ताव बोर्ड की ओर से अनुमोदन किया गया है जिसे शीघ्र स्वीकृति मिल जाएगी।
4. आईएसबीटी कश्मीरी गेट, आनंद विहार दिल्ली और उत्तराखंड परिवहन निगम के विभिन्न डिपो के आसपास डग्गामार बसों पर रोक लगाने के लिए संयुक्त परिवहन आयुक्त विशेष चेकिंग अभियान चलाकर कार्यवाही करेंगे।
पूरे प्रदेश में 90 प्रतिशत कार्य बहिष्कार सफल रहा। संयुक्त मोर्चे के सभी कर्मचारियों और घटक दलों का आभार। कर्मचारियों की सभी मांगों का निस्तारण हुआ है। आगे भी कर्मचारी हित के लिए शासन व निगम प्रबंधन पर एक होकर दबाव बनायेंगे।- कमल पपनै, संयोजक संयुक्त मोर्चा