पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का निधन हो गया है. दिल्ली AIIMS में 92 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. मनमोहन सिंह के निधन से देश भर में शोक की लहर है.
डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक प्रकट किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह भारत के सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक थे और उन्होंने देश की आर्थिक नीति पर गहरी छाप छोड़ी.
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोकाकुल है. साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने. उन्होंने वित्त मंत्री समेत विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक गहरी छाप छोड़ी। संसद में उनका हस्तक्षेप भी व्यावहारिक था.’
उन्होंने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए.’ PM मोदी ने कहा, ‘जब डॉ. मनमोहन सिंह जी प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मेरे और उनके बीच नियमित बातचीत होती थी. हम शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श करते रहते थे. उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता सदैव झलकती रहती थी.’
उधर, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत ने एक दूरदर्शी और बेदाग राजनेता खो दिया. खड़गे ने ट्वीट कर लिखा, पूर्व प्रधानमंत्री के निधन से भारत ने एक दूरदर्शी राजनेता, एक बेदाग निष्ठावान नेता और एक अद्वितीय कद के अर्थशास्त्री को खो दिया है. आर्थिक उदारीकरण और अधिकार-आधारित कल्याण प्रतिमान की उनकी नीति ने करोड़ों भारतीयों के जीवन को बदल दिया. उन्होंने भारत में एक मध्यम वर्ग का निर्माण किया और करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला. मैं एक आजीवन वरिष्ठ सहयोगी, एक सौम्य बुद्धिजीवी और एक विनम्र आत्मा के नुकसान पर शोक व्यक्त करता हूं, जिन्होंने भारत की आकांक्षाओं को मूर्त रूप दिया, जो अटूट समर्पण के साथ रैंकों में ऊपर उठे. मुझे श्रम मंत्री, रेल मंत्री और समाज कल्याण मंत्री के रूप में उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा होने पर गर्व है.
उन्होंने आगे लिखा, ‘शब्दों के बजाय काम करने वाले व्यक्ति, राष्ट्र निर्माण में उनका अपार योगदान हमेशा भारतीय इतिहास के पन्नों में अंकित रहेगा. दुख की इस घड़ी में, मैं उनके परिवार, दोस्तों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी और हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्हें इस भारी नुकसान से उबरने की शक्ति मिले. भारत के विकास, कल्याण और समावेशिता की नीतियों को आगे बढ़ाने की उनकी विरासत को हमेशा संजोकर रखा जाएगा. उनकी आत्मा को शांति मिले.’