एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मंगलवार को बताया कि 16 जनवरी को थाना सिडकुल पर ब्रह्मपुरी रावली महदूद निवासी शीशपाल ने अपने भाई तेजपाल के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। थानाध्यक्ष सिडकुल ने तेजपाल के मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगाला तो इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से तेजपाल से जुड़े दो संदिग्ध युवकों राहुल एवं मोहित से पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि इन युवकों को मिलाकर तीन युवकों ने गुमशुदा तेजपाल की हत्या कर उसका शव वर्क्स हॉस्टल पीर के पास बीएचईएल के जंगल में फेंक दिया था। पुलिस टीम ने मंगलवार को शव जंगल से बरामद कर हत्यारोपियों से पूछताछ की।
यह बताया हत्या का कारण
एसएसपी डोबाल के अनुसार, आरोपी राहुल ने बताया कि तेजपाल और वह सिडकुल की एक कंपनी में एक साथ काम करते थे जबकि नौकरी के अलावा तेजपाल ब्याज पर पैसे देने का काम भी करता था। आपस में अच्छी दोस्ती हो जाने पर तेजपाल का राहुल के घर आना-जाना हो गया और तेजपाल की बातचीत राहुल की पत्नी से होने लगी। राहुल द्वारा बताया गया कि तेजपाल मेरी पत्नी पर गलत नजर रखता था इसलिए मैंने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया और इस काम में अपनी मदद के लिए पारिवारिक रिश्ते में साले लगने वाले मोहित एवं रोहित को बताया कि तेजपाल ब्याज पर पैसे देने का काम करता है, अगर हम इसको रास्ते से हटा देंगे तो हमको एक साथ काफी ज्यादा पैसा मिल जाएगा। वे लोग मेरी बातों में आ गए और हमने तेजपाल को मार कर जंगल में फेंक दिया लेकिन हमको हरिद्वार पुलिस ने पकड़ लिया। इस मामले में रोहित की तलाश जारी है।