उत्तराखंड,गौलापार
गौलापार क्षेत्र के बसंतपुर गांव में बुधवार देर रात करीब तीन बजे चंदन तस्करों ने चंदन के पेड़ को काट दिया। पेड़ काटते हुए मध्य प्रदेश के तीनों तस्करों को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इससे पहले लालकुआं के मुख्य बाजार स्थित वन विभाग के कार्यालय परिसर में खड़े 30 साल पुराने चंदन के पेड़ को तस्करों ने काट दिया। इसी समय वनकर्मियों के जाग जाने पर तस्कर बिना लकड़ी लिए फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार गौलापार के बसंतपुर निवासी गिरीश चंद्र सुयाल के खेत में चंदन के पेड़ हैं। बुधवार देर रात करीब साढ़े तीन बजे पेड़ गिरने की आवाज पर गिरीश चंद्र की आंख खुल गई। उन्होंने खिड़की से देखा तो चंदन का पेड़ कटा हुआ था और पास ही तीन लोग खड़े थे। गिरीश चंद्र ने शोर नहीं मचाया और आसपास के लोगों को फोन कर सूचना दी। इसके बाद ग्रामीणों ने तस्करों की घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया।
खुद को घिरा देखकर तस्करों ने भागने का प्रयास भी किया लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें दबोच लिया। बताया गया कि इसी बीच तस्करों ने ग्रामीणों पर हमला भी बोला लेकिन ग्रामीण पीछे नहीं हटे।
सूचना पर पहुंची चोरगलिया थाना पुलिस ने तीनों तस्करों को हिरासत में ले लिया और मौके से चंदन के गिल्टे भी बरामद कर लिए। पूछताछ में नरजेश, भोला और विव्येंद्र ने बताया कि उन्होंने गिरीश के दो पेड़ काट दिए थे।
वन विभाग के आंगन में काटा भारी भरकम चंदन का पेड़
लालकुआं (नैनीताल)। इससे पहले लालकुआं मुख्य बाजार स्थित तराई केंद्रीय वन प्रभाग की कार्यशाला परिसर में चंदन तस्करों ने 30 साल पुराने चंदन के वृक्ष पर आरी चलाकर गिरा दिया। पेड़ काटने से पूर्व शातिर चंदन तस्करों ने आसपास के करीब छह वन कर्मियों के घरों के बाहर से कुंडी लगा दी थी ताकि जागने पर भी कोई बाहर नहीं निकल सके। इसी दौरान मुख्य मार्ग में बज रहे पुलिस के सायरन और वन कर्मियों के परिजनों की आवाज सुनकर चंदन तस्कर बिना लकड़ी लिए भाग गए। इधर सुबह बीट अधिकारी वनरक्षक कमल मौर्य ने चंदन का पेड़ काटने की सूचना वन विभाग के उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद तराई केंद्रीय वन प्रभाग की एसडीओ शशि देव और वन क्षेत्राधिकारी टांडा प्रदीप असगोला ने मौका मुआयना कर अधीनस्थों को जांच के निर्देश दिए।
एसडीओ शशि देव ने बताया कि क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। फुटेज के आधार पर केस दर्ज कराया जाएगा। एसएसपी पंकज भट्ट का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। उनके सभी लिंक पता किए जा रहे हैं। दूसरे राज्यों से आकर क्षेत्र में ऐसी वारदात किए जाने के मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।