चारों धाम
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उत्तराखंड, उत्तरकाशी 

गंगोत्री धाम के कपाट कल  अन्नकूट पर्व पर शीतकाल के लिए बंद हो गयें हैं . कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा गंगोत्री धाम से उनके शीतकालीन पड़ाव मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी. डोली लंका स्थित भैरव मंदिर में विश्राम के बाद गुरुवार को मुखबा पहुंचेगी.

छह महीने मुखबा में होंगे मां गंगा के दर्शन: गंगोत्री धाम से मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा दोपहर 12:05 बजे अपने शीतकालीन पड़ाव मुखबा (मुखीमठ) के लिए रवाना होगी. डोली एक दिन लंका स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी. इसके बाद अगले दिन अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा पहुंचेगी. शीतकाल के छह महीने मां गंगा की उत्सव डोली मुखबा स्थित मंदिर में विराजमान रहेगी.

आज बंद होंगे यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट: भैयादूज पर शीतकाल के लिए मां यमुनोत्री और भगवान केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे. मां यमुना की डोली शीतकाल के छह महीने खरसाली में विराजमान रहेंगी. खरसाली में ही अगले छह महीने तक मां यमुना की पूजा होगी. शीतकाल के छह माह बाबा केदार की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में होगी. भगवान केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए गुरुवार सुबह 8:30 बजे बंद किए जाएंगे. बाबा की चल उत्सव विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए प्रस्थान के क्रम में रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी. 28 अक्टूबर को डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में विश्राम करेगी. 29 अक्टूबर को डोली ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी.

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के ईओ रमेश चंद्र तिवारी ने बताया कि कपाट बंद करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बुधवार देर रात विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी. यमुनोत्री धाम के कपाट गुरुवार को भैयादूज पर दोपहर 12:09 बजे सर्व सिद्धि योग और अभिजीत मुहूर्त में बंद किए जाएंगे. यमुनोत्री से मां यमुना की डोली अपने शीतकालीन पड़ाव खरसाली के लिए प्रस्थान करेगी.