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हाल के कुछ सालों में फैटी लिवर की समस्या ज्यादा बढ़ गई है जिसको लोग नजरअंदाज कर देते हैं. जो आगे चलकर लिवर कैंसर का रूप भी ले लेती है. लेकिन क्या फैटी लिवर से हार्ट अटैक की समस्या उत्पन्न हो सकती है. आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट की राय.

लिवर में जब ज्यादा मात्रा में फैट जमा हो जाता है तब फैटी लिवर नाम से बीमारी का सामना करना पड़ता है. हालांकि, फैटी लिवर कोई अपने आप कोई बड़ी समस्या नहीं है लेकिन इस बीमारी को अनदेखा करना गलत हो सकता है. फैटी लिवर दो प्रकार का होता है- एल्कोहॉलिक फैटी लिवर, जो अत्यधिक मात्रा में शराब पीने के कारण होता है और दूसरा है नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर, यह समस्या खानपान का ख्याल ना रखने के कारण होती है.

एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर फैटी लिवर की समस्या बढ़ जाती है तो उससे लिवर कैंसर भी हो सकता है. अगर किसी व्यक्ति का लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है तो शरीर में मौजूद फैट और प्रोटीन से कोलेस्ट्रॉल का लेवल या एलडीएल (लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन) यानी खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है.

कैसे लिवर से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा

लिवर ट्रांसप्लांटेशन के विशेषज्ञ डॉ. रवि ने बताया कि, लिवर की समस्याएं सबसे ज्यादा हृदय पर असर डालती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. लिवर फैट्स को ऊर्जा में बदलने और आवश्यक प्रोटीन का उत्पादन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो संतुलित हृदय प्रणाली को बनाए रखने के लिए जरूरी है.

नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर या क्रोनिक लिवर जैसी स्थितियों के कारण लीवर खराब हो जाता है तो यह लिपिड मेटाबॉलिज्म को रोक देता है जिससे कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ जाता है. लिपिड मेटाबॉलिज्म का असंतुलन एथेरोस्क्लेरोसिस को जन्म देता है, जिससे धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं, जिससे दिल के दौरे की समस्या उत्पन्न हो जाती है.

फैटी लिवर में इन बातों का रखें ध्यान

1. वजन संतुलित रखें 

मोटापे के कारण फैटी लिवर हो सकता है. अगर आप फैटी लिवर से होने वाले जोखिमों यानी रिस्क को कम करना चाहते हैं, तो अपने वजन को कम करें. वजन घटाने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, जंक फूड से दूर रहें और हेल्दी डाइट फॉलो करें.

2. शराब का सेवन सीमित करें 

अत्यधिक शराब के सेवन से फैटी लिवर की बीमारी हो सकती है. यदि आपका फैटी लिवर है, तो शराब के सेवन से बचना चाहिए या फिर सीमित करना बहुत जरूरी है.

3. हेल्थ को बैलेंस करें 

अगर आपको डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई बीपी जैसी हेल्थ प्रॉब्लम है, जो इन्हें बैलेंस करके रखने की कोशिश करें. ध्यान रखें, फैटी लिवर आपकी इस तरह की समस्या को बढ़ा सकता है.

4. हेल्दी डाइट लें 

अपनी डाइट से रिफाइंड स्वीट और शुगर को कम करें. डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट हों.

5. अनावश्यक दवाओं से बचें 

पहली बात तो आप कोई भी दवा खुद केमिस्ट की दुकान से खरीदकर न खाएं. इसके अलावा, किसी बीमारी की दवा चल रही है, तो डॉक्टर से जान लें कि उसका लिवर पर कोई प्रतिकुल प्रभाव तो नहीं पड़ेगा.