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 मुख्यमंत्री का पूर्व निजी सचिव करोड़ों की ठगी में गिरफ्तार कर लिया गया है। ई टेंडर के नाम पर दवा कारोबारियों से करोड़ों की ठगी करने वाले मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव प्रकाश चंद्र उपाध्याय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह के चार अन्य सदस्य अभी फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।

दवाइयों के ई टेंडर दिलाने के नाम पर दवा कारोबारियों से करोड़ों की ठगी करने वाले मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव प्रकाश चंद्र उपाध्याय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के खिलाफ शहर कोतवाली में ठगी के चार मुकदमे दर्ज हैं। वहीं इसी मामले में एक अन्य आरोपित पूर्व निजी सचिव के सहयोगी सौरभ वत्स उर्फ सौरभ शर्मा को राजस्थान की भीलवाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित को जल्द ही दून पुलिस बी वारंट पर देहरादून लेकर आएगी। इसके लिए एक टीम राजस्थान भेजी गई है। गिरोह के चार अन्य सदस्य अभी फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।

सेक्टर-सात हरिद्वार निवासी शिकायतकर्ता रामकेवल ने नौ मार्च को मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पीसी उपाध्याय सहित, सौरभ वत्स व उसकी पत्नी नंदिनी वत्स, चालक शाहरुख खान, महेश माहरिया और सोनक माहरिया के खिलाफ 52 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी जेआर फार्मास्यूटिकल सिडकुल हरिद्वार में दवा की फैक्ट्री है। वर्ष 2022 में उनके पूर्व परिचित पटियाला (पंजाब) निवासी धीरज ऋषि ने उनकी मुलाकात सौरभ वत्स उर्फ सौरभ शर्मा निवासी देहरादून से कराई। सौरभ वत्स ने खुद को उत्तराखंड सचिवालय में विशेष कार्याधिकारी पद पर कार्यरत बताया। एक दिन सौरभ ने उनकी मुलाकात पीसी उपाध्याय निवासी कलिंगा विहार माजरी माफी से मुख्यमंत्री कार्यालय में करवाई।

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सौरभ ने बताया कि प्रकाश चंद्र उपाध्याय मुख्यमंत्री के प्रमुख निजी सचिव हैं। इसी दौरान सौरभ ने उनकी मुलाकात अपनी पत्नी नंदिनी वत्स, चालक शाहरुख खान वह सहयोगी महेश और उसके पुत्र से भी करवाई। आरोपितों ने टेंडर दिलाने के नाम पर उनसे ठगी कर ली। शिकायत के आधार पर शहर कोतवाली में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। बुधवार रात को पुलिस ने आरोपित प्रकाश चंद्र उपाध्याय निवासी कलिंगा विहार माजरी माफी, मोहकमपुर, नेहरू कालोनी को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर प्रकाश चंद्र, उसके सहयोगी सौरभ वत्स सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ राजस्थान के भीलवाड़ा प्रतापनगर थाना पुलिस ने एक करोड़ 15 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज किया था। आरोपितों ने स्कूल ड्रेस एक्सपोर्ट व सरकारी व निजी स्कूलों में कपड़ा सप्लाई का टेंडर दिलाने के नाम पर भीलवाड़ा नगर परिषद के उपसभापति व गांधीनगर स्थित इंपेक्स फर्म के संचालक रामलाल योगी से एक करोड़ 15 लाख रुपये ठग लिए थे।

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गिरोह के सदस्य महेश माहरिया ने शिकायतकर्ता रामलाल योगी को सौरभ वत्स व पीसी उपाध्याय से मिलवाया था। इस मामले में बुधवार को भीलवाड़ा पुलिस ने आरोपित सौरव वत्स उर्फ सौरव शर्मा निवासी मेन अम्बाला रोड, निकट राधकृष्ण मंदिर के पास सहारनपुर, यूपी वर्तमान निवासी अठूरवाला, जौलीग्रांट, थाना डोईवाला देहरादून को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपितों के खिलाफ उत्तराखंड, यूपी व राजस्थान में हैं छह मुकदमे
गिरोह के सदस्यों के खिलाफ उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश व राजस्थान में छह मुकदमे दर्ज हैं। 10 अगस्त 2023 को पटियाला (पंजाब) के एसएसटी नगर निवासी संजीव कुमार देव पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा ने तीन करोड़ 46 लाख रुपये ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था।

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इसके बाद 22 अगस्त 2023 को पटियाला (पंजाब) निवासी रजत पराशर निवासी गुरुनानक नगर ने एक करोड़ 15 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा कराया। इसी तरह जयपुर राजस्थान के प्रतापनगर निवासी दीपमणि स्वर्णकार ने भी 13 अक्टूबर 2023 को देहरादून की शहर कोतवाली में आरोपितों के विरुद्ध 55 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं मुरादाबाद यूपी के सिविल लाइन थाने व थाना प्रतानगर भीलवाड़ा राजस्थान में भी आरोपितों के खिलाफ ठगी के मुकदमे दर्ज हैं।

जल्द गैंगस्टर के तहत भी होगा मुकदमा दर्ज

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जिस तरह से आरोपितों ने फर्जी तरीके से धन अर्जित किया है, उसको देखते हुए उनके खिलाफ जल्द ही गैंगस्टर में भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा। विवेचना में फर्जी दस्तावेज भी पुलिस के हाथ लगे हैं। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस दबिश दे रही है।