उत्तराखंड में अगले तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। देहरादून, हरिद्वार समेत छह जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की ओर से इन जिलों में स्कूल बंद रखने की सलाह भी स्थानीय जिला प्रशासन को दी गई।
वहीं,दून में शनिवार देर रात तक बारिश होती रही।
निचले इलाकों में जलभराव व नदी-नालों के उफान को लेकर चेताया है। संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और भू-धंसाव का अंदेशा जताया है। चारधाम के साथ अन्य जगह यात्रा करते समय खड़ी ढलानों पर सावधानी बरतने को कहा गया है। रविवार से मंगलवार तक मौसम विज्ञान केंद्र ने विशेष एहतियात बरतने को कहा है। केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। छह जिलों को रेड अलर्ट में रखा गया है। दून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार,नैनीताल एवं यूएसनगर में सतर्कता बरतने को कहा गया है। यहां बहुत भारी बारिश संभव है। बाकी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया।
दून पुलिस ने लोगों को आगाह किया
मौसम विभाग के अलर्ट के बीच देहरादून पुलिस ने तटीय इलाकों में गश्त बढ़ा दी है। शनिवार तड़के भी दून और ऋषिकेश के तटीय इलाकों में पुलिस ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने को कहा। पुलिस की ओर से लाउड हेलर के माध्यम से बारिश के दौरान नदी-नालों किनारे न जाने की चेतावनी दी गई। एसएसपी अजय सिंह ने थाना पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा है।
खतरे से रहें दूर
मौसम विभाग ने तटीय क्षेत्र और नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को शिफ्ट करने की सलाह दी है। हरिद्वार-ऊधमसिंहनगर में जलभराव वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतने की जरूरत है। भूस्खलन की आशंका वाले संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह भी दी गई।
जिलेभर में 4 सड़कें बंद होने से परेशान रहे लोग
देहरादून जिले में चार ग्रामीण मार्ग भारी बारिश के बीच भूस्खलन का मलबा आने से बंद हुए हैं। प्रशासन ने इन्हें शनिवार दोपहर बाद तक खोलने का दावा किया। पुरकुल-भितरली से किमाड़ी, सौड़ा सराैली से अखंडवाली भिलंग मार्ग, रावना पुरोड़ी मार्ग और छमरौली-सरोना मोर्ट मार्ग अलग-अलग स्थानों पर तड़के बंद हुए थे।
बीते 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मूसलाधार बारिश हुई। देहरादून में सुबह 11 बजे तक 97.8 मिमी, चमोली में 185.5, जौलीग्रांट में 169.2, नरेंद्रनगर में 75.5, कपकोट में 118, हरिद्वार में 50.2, बागेश्वर जिले में 42, लैंसडौन में 40 धारचूला में 39.2 मिमी. बारिश दर्ज की गई। वहीं, बागेश्वर में लगातार भारी बारिश रही है। मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि अभी यहां यही स्थिति रहेगी। इससे भूस्खलन और भू-धंसाव जैसी घटनाएं हो सकती हैं। बाकी पर्वतीय जिलों में भी इस तरह की स्थिति पैदा होगी। सड़क पर यातायात बाधित होने की आशंका जताई गई है।



