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उत्तराखंड बोर्ड के छात्र-छात्राओं से जुड़ी अग्रसर भारत की 10 जुलाई 2022 की खबर पर बृहस्पतिवार को सरकार ने मुहर लगा दी।उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल छात्र-छात्राओं को पास होने के तीन अवसर दिए जाने के फैसले से औसतन 40 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को पास होने का मौका मिल सकता है।

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उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल छात्र-छात्राओं को पास होने के तीन अवसर दिए जाने के फैसले से औसतन 40 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को पास होने का मौका मिल सकता है। पिछले साल बोर्ड परीक्षा में 48 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं फेल हुए थे। इसमें 12वीं में 19 हजार और 10वीं में 28 हजार विद्यार्थी थे।

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उत्तराखंड बोर्ड के छात्र-छात्राओं से जुड़ी अमर उजाला की 10 जुलाई 2022 की खबर पर बृहस्पतिवार को सरकार ने मुहर लगा दी। मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि 10वीं में दो विषय और 12वीं में एक विषय में फेल छात्र-छात्रा को पास होने के तीन अवसर दिए जाएंगे।

इसके अलावा पास छात्र-छात्राओं को भी अंक सुधार का एक अवसर दिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बोर्ड परीक्षा परिणाम आने के बाद फेल छात्र-छात्राओं को पास होने का पहला अवसर परीक्षा परिणाम आने के ठीक बाद दिया जाएगा। अंक सुधार परीक्षा के साथ ये छात्र परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।

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विद्यार्थी तब भी पास नहीं हुए तो दूसरा अवसर वर्ष 2024-25 की परीक्षा होगा। इसमें उनके पास दो विकल्प होंगे। पहला विकल्प केवल अपने फेल विषयों की परीक्षा देना और दूसरा विकल्प इन विषयों को छोड़कर सभी विषयों की परीक्षा देना है। यदि विद्यार्थी तब भी पास नहीं हुए तो उन्हें तीसरा व अंतिम अवसर 2024-25 की अंक सुधार परीक्षा में बैठने का दिया जाएगा।

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फैसले से 40 हजार से अधिक छात्रों को मिल सकती है राहत

उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में एक लाख 32 हजार से अधिक एवं 12वीं की परीक्षा में एक लाख 27 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं थे। एक अनुमान के मुताबिक पिछले साल 48 हजार से अधिक छात्र फेल हुए। जबकि इस साल एक अनुमान के मुताबिक हाईस्कूल में 25 हजार एवं इंटरमीडिएट में 20 हजार छात्र फेल हो सकते हैं। सरकार के इस फैसले से इन छात्र-छात्राओं को पास होने का मौका मिल सकता है।