पुलिस ने अलग-अलग घटनाओं में कुल एक क्विंटल 27 किलो गांजा बरामद किया है। साथ ही चार आरोपियों, जिनमें तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं, को भी गिरफ्तार किया है। बरामद गांजे की कीमत लगभग 32 लाख रुपये बताई जा रही है।
कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि उपनिरीक्षक धर्मेंद्र कुमार और उपनिरीक्षक नीरज चौहान पुलिस कर्मियों के साथ गश्त पर थे, तभी शिवनाथपुर पुरानी बस्ती से मुखबिर की सूचना पर एक घर में दबिश दी गई। पुलिस ने घर के बैडरूम में बनी लकड़ी की अलमारी के अंदर जमीन के नीचे बने कमरे से कुल 110.45 किलो अवैध गांजा, एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू और काले रंग के आठ पैकेट बरामद किए। मौके पर नरेश कुमार और उसकी पत्नी कविता को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपियों ने बताया कि यह गांजा अल्मोड़ा के सराईखेत और अन्य स्थानों से वाहन चालकों के माध्यम से मंगवाया जाता था।
वहीं, दूसरी घटना में उप निरीक्षक सुनील धानिक ने पीरूमदारा क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान एक कार की डिग्गी से दो सफेद रंग के प्लास्टिक के कट्टों में रखे 17.14 किलो गांजे को बरामद किया। इस मामले में दिग्विजय सिंह और नेमपाल यादव को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने इस गांजे को भी अल्मोड़ा के सराईखेत और अन्य स्थानों से लाना बताया। बरामद गांजे का कुल बाजार मूल्य करीब 32 लाख रुपये है। इस बड़ी कार्रवाई पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने पुलिस टीम को 2500 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस टीम में उप निरीक्षक मो. यूनुस, मनोज नयाल, धर्मेन्द्र कुमार, नीरज चौहान, सुनील धानिक, राजेश कुमार, विजेन्द्र सिंह, अशोक काम्बोज, कविन्द्र सिंह, मेघा चन्द्र, भूपेंद्र कुमार, प्रयाग कुमार, शुभम शर्मा, हरदेश कौर, भारती आदि शामिल रहे।
सल्ट क्षेत्र की पुलिस पर सवालिया निशान
रामनगर : बड़ी मात्रा में गांजे की खेप को अल्मोड़ा के सराईखेत से रामनगर तक लाये जाने पर अल्मोड़ा जनपद के सल्ट क्षेत्र की पुलिस की गश्त पर सवाल उठना लाजमी है। सराईखेत से रामनगर तक लाये जाने पर सल्ट क्षेत्र की कई पुलिस चौकियां पड़ती हैं। उसके बाद भी रामनगर तक कैसे यह अवैध गांजा पहुंच रहा है यह सवाल लोगों के जेहन में उठ रहा है। इससे पूर्व भी रामनगर बैराज में इको मारुति वैन में पकड़ा गया गांजा भी सराईखेत से ही रामनगर लाये जाने की जानकारी मिली थी।