रांची़ कोकर चूना भट्ठा निवासी गुंजा जायसवाल के पुत्र आर्यंस चौधरी (सात वर्ष) का अगवा करने वाले दो युवक आयुष कुमार (25) व अनुज कुमार (26) को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
आयुष हटिया के नेपाली कॉलोनी हाउस नंबर-133 तथा उसका दोस्त अनुज किशोरगंज व मूल रूप से लोहरदगा का रहनेवाला है. गिरफ्तारी के बाद रैपिडो चालक आयुष ने पुलिस को बताया कि गुंजा जायसवाल ने पति कुणाल चौधरी की जासूसी व हत्या की सुपारी दी थी. जासूसी के लिए पति की स्कूटी में जीपीएस चिप लगाने को कहा था. हत्या व जीपीएस लगाने के लिए सुपारी की रकम 50 हजार रुपये तय हुई थी. उसमें से 15 हजार रुपये उसने दे दिया था. शेष रकम काम होने के बाद देने की बात कही थी. इधर, आयुष काे पैसे की आवश्यकता थी, इसलिए उसने गुंजा जायसवाल के पुत्र आर्यंस चौधरी का बुधवार की दोपहर स्कूल से लौटने के दौरान अपहरण कर लिया और गुंजा जायसवाल से 50 हजार रुपये की मांग की. गुंजा जायसवाल ने 50 हजार रुपये देकर आर्यंस को अपराधियों की चंगुल से छुड़ा लिया. बच्चें के रिहा होने के बाद अपहृता आयुष व उसके मित्र अनुज काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और 50 हजार रुपये में से बची रकम 45.5 हजार रुपये बरामद कर लिया. यह जानकारी एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस में दी. इस दौरान सिटी एसपी व सदर डीएसपी संजीव बेसरा उपस्थित थे. एसएसपी ने कहा कि यदि पति कुणाल चौधरी चाहे, तो पत्नी पर केस दर्ज करा सकते हैं. जासूसी के लिए जीपीएस चिप खरीदने गुंजा व आयुष गये थे सैनिक मार्केट एसएसपी ने बताया कि गुंजा जायसवाल ने दो महीने पहले कैपिटल हिल होटल के पास से आयुष का रैपिडो बाइक बुक किया था. उसी समय उससे परिचय हुआ. फिर फोन नंबर का आदान-प्रदान हुआ. इसके बाद दोनों के बीच मधुर संबंध हो गये. लगातार बातचीत होने लगी. उसी समय से जब भी आवश्यकता होती, गुंजा जायसवाल आयुष का रैपिडो बुला लेती और उसके साथ में घूमती. आयुष गुंजा के साथ कई बार अपर बाजार स्थित उसके पति के आवास भी गया था. पति की जासूसी करने के लिए गुंजा और आयुष जीपीएस चिप खरीदने के लिए सैनिक मार्केट भी गये थे, लेकिन जीपीएस चिप नहीं मिला. आयुष ने पुलिस को बताया कि उसे पैसे की जरूरत थी. उसने गुंजा से रुपये मांगे, लेकिन वह काम हाेने के बाद सुपारी की रकम देने पर अड़ी थी. जब उसने रुपये नहीं दिये, तो बच्चे को अगवा करने की योजना बनायी. बच्चे के अगवा करने के लिए की थी रेकी आयुष ने पुलिस को बताया कि उसने बच्चे को अगवा करने के लिए रेकी की थी. बुधवार काे मौका मिल गया. बस से उतरने के बाद उसकी मौसी ने आर्यंस को घर से थोड़ी दूर पहले ही लाकर छोड़ दिया और चली गयी. बच्चा कई बार आयुष के साथ घूमने गया था. इसलिए बाइक पर बैठाने पर उसने कोई विराेध नहीं किया और न ही चिल्लाया. उसे लेकर वे लोग टाटीसिलवे से आगे रिंग रोड की ओर चले गये. बाद में गुंजा जायसवाल जब 50 हजार रुपये देने के लिए तैयार हो गयी, तो उसे हटिया स्टेशन के पास बुलाया और 50 हजार रुपये लेकर आर्यंस काे उसे सौंप दिया. बाद में पुलिस ने आयुष को हटिया व हिनू से अनुज को गिरफ्तार कर लिया.