भाजपा से निष्कासित और नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ का फरार अध्यक्ष मकेश बोरा दिल्ली पहुंच चुका है। उसकी तलाश में पुलिस की एक टीम दिल्ली रवाना हो चुकी है, लेकिन अभी उसकी वास्तिवक लोकेशन पुलिस को नहीं मिली है। वहीं जांच में परिवहन विभाग का अधिकारी और उसकी बीवी बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं।
लालकुआं कोतवाली में बीती एक सितंबर को मुकेश बोरा के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी लगाने वाली विधवा महिला ने 164 के बयान में अपनी नाबालिग बेटी के साथ भी छेड़छाड़ का आरोप लगाया था, जिसके बाद मुकदमे में पॉक्सो की धारा भी बढ़ाई गई थी। तभी से मुकेश बोरा फरार था और तब सामने आया जब कोर्ट से उसे गिरफ्तारी स्टे मिल गया।
हालांकि स्टे की तारीख गुजरने से पहले ही मुकेश अल्मोड़ा से फिर फरार हो गया। मुकेश पिछले 22 दिन लगातार पुलिस को चकमा दे रहा है। इस मामले में अभी तक करीब 300 लोगों से पूछताछ की जा चुकी हैं, जिसमें परिवहन विभाग के कथित अधिकारी को अहम कड़ी माना जा रहा है। अधिकारी का मोबाइल पुलिस के पास है और वह लगातार अधिकारी से पूछताछ कर रही है।
पता लगा है कि अधिकारी व्हाट्सएप कॉल से लगातार मुकेश से न सिर्फ बात कर रहा था, बल्कि पुलिस की योजना की जानकारी भी दे रहा था। सिर्फ अधिकारी ही नहीं, बल्कि अधिकारी की पत्नी भी मुकेश के संपर्क में थी। आखिरी बार पुलिस और मुकेश के बीच सिर्फ 10 मिनट का अंतर रह गया था।
रडार पर आए दुग्ध संघ और यूसीडीएफ के अधिकारी
जांच में ये सामने आया है कि दुग्ध संघ और यूसीडीएफ के कुछ अधिकारियों से भी मुकेश बोरा लगातार संपर्क में था। वह उक्त लोगों से पुलिस की जानकारी ले रहा था। पुलिस की नजर मुकेश बोरा के बैंक खातों पर भी है। लगातार बैंक ट्रांजेक्शन पर नजर रखी जा रही है। हालांकि अभी तक बैंक खाते का इस्तेमाल नहीं किया गया। ऐसे में माना जा रहा है कि कोई बाहर से मुकेश बोरा की आर्थिक तौर पर मदद कर रहा है। ऐसे लोगों की संख्या कई हो सकती है। पुलिस ऐसे लोगों की शिनाख्त भी कर रही है।
बरेली के एक नेता के घर की निगरानी कर रही पुलिस
ऐसा माना जा रहा है कि अल्मोड़ा से निकलते ही मुकेश बोरा ने बरेली में अपने एक राजनीतिक करीबी से संपर्क किया था। उसकी योजना बरेली में छिपने की थी, लेकिन उससे पहले पुलिस को मुकेश की योजना का पता चला गया। पुलिस को मुकेश के दिल्ली के ओर जाने के संकेत तो मिले हैं, लेकिन वह कहां है कुछ पता नहीं। ऐसे में पुलिस मुकेश के राजनीतिक करीबी बरेली निवासी नेता और उसके आवास पर लगातार नजर रख रही है। मुकेश के बरेली में भी होने की प्रबल संभावना है।