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हल्द्वानी। नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के फरार अध्यक्ष मुकेश बोरा की मदद करने वाले परिवहन कर अधिकारी नंदन आर्या आखिरकार कानूनी शिकंजे में फंस ही गए। पुलिस ने उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले में पुलिस को इस बात को ठोस सुबूत मिले हैं कि नंदन आर्या फरार के दौरान लगातार मुकेश के संपर्क में था। जिसकी पुष्टि नंदन आर्या के मोबाइल से हुई है।

पूरे मामले में 19 जुलाई की रात मुकेश के उत्तराखंड से भाग जाने की बात सामने आई थी और आरोप लगा था कि भागने में परिवहन कर अधिकारी नंदन आर्या और नेत्री की उसकी भागने में मदद की थी। जिसके लिए एक टैक्सी बुक कराई गई थी। जांच शुरू हुई तो यह पुष्टि हो गई कि मददगार नंदन आर्या था। नंदन वर्तमान जसपुर में हैं।

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पुलिस आरोपी परिवहन कर अधिकारी से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने मुकेश के खिलाफ दर्ज मुकदमे में नंदन को नामजद करते हुए हार्बरिंगऑफेंस की धारा के तहत उसका नाम शामिल किया है। सीओ नितिन लोहनी ने बताया कि फरार आरोपी की मदद करने के आरोप में नंदन को नामजद किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। मददगारों में कई लोगों के नाम सामने आ सकते हैं।

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फंसते ही मेडिकल लीव पर चला गया नंदन
परिवहन अधिकारी को पकड़े जाने का डर पहले से था। यही वजह से है कि पकड़े जाने से पहले ही उसने छुट्टी पर जाने का इंतजाम कर लिया था। नंदन प्रसाद आर्या ने परिवहन विभाग को एक चिकित्सा अवकाश का पत्र भेजा है। उसने 18 सितंबर 2024 से तबियत ठीक होने तक अवकाश पर रहने की बात कही है। सूत्रों का कहना है कि चिकित्सकीय प्रमाण-पत्र में एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल रामनगर रोड काशीपुर की ओपीडी का पर्चा संलग्न है।

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