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उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में एक पालतू कुत्ते की बहादुरी ने मां-बेटी की जान बचा ली. घटना सोमेश्वर कस्बे के करकोली गांव की है, जहां एक गुलदार (तेंदुआ) ने एक महिला और उसकी बेटी पर हमला कर दिया.

लेकिन उनके पालतू कुत्ते ने सूझबूझ और हिम्मत से गुलदार को भगाकर उनकी जान बचा ली.

गांव में पहले से ही गुलदार का आतंक फैला हुआ था. लोग रात में घर से बाहर निकलने से डरते थे. इसी बीच, करकोली गांव में गुलदार ने सात महीने के एक बछड़े को मार डाला और फिर पास ही रह रही महिला कमला पांडे और उनकी बेटी सुनीता पर झपट पड़ा. अचानक हुए इस हमले से मां-बेटी घबरा गईं और चीखने लगीं.

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तेंदुए के हमले में बाल-बाल बचे मां-बेटी
मां-बेटी की चीख सुनकर उनका पालतू कुत्ता तुरंत हरकत में आया. उसने बिना डरे गुलदार पर हमला कर दिया और भौंकते हुए उसे पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. कुत्ते की इस बहादुरी से गुलदार घबरा गया और कुछ देर की जद्दोजहद के बाद वहां से भाग निकला. इस दौरान कमला पांडे और उनकी बेटी को मामूली चोटें आई, लेकिन उनकी जान बच गई.

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इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है. स्थानीय लोगों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने की मांग की है. बताया जा रहा है कि यह वही गुलदार है जो पहले भी कई पालतू जानवरों को अपना शिकार बना चुका है. वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि गुलदार को पकड़ने के लिए जल्द ही उचित कदम उठाए जाएंगे. इस घटना ने साबित कर दिया कि वफादार पालतू जानवर अपने मालिकों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. कुत्ते की बहादुरी की पूरे गांव में सराहना हो रही है.