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मुरैनाः हर व्यक्ति अपने मन का मौजी होता है.यही वजह है कि सबके अलग-अलग शौक होते हैं. उन्हें पूरा करने के लिए वह दिन रात महनत करते हैं. अब चाहे वहघर में फूल-पौधाें के गमले रखने का शौक हो, या फिर घर सजाने के लिए पेंटिंग्स.

वहीं किसी कोआकर्षक लाइटें लगाने का शौक होता है तो कोई घरों को भगवान के छाया चित्र से सजाता है, लेकिन मुरैना में एक करोड़पति व्यवसायी ऐसा है, जिसे घर में कचरा रखने का शौक है. जहां भी कचरा मिलता है, उसे उठाकर घर की छत से लेकर कमरों तक में भर देता है. किसी के छूने पर बोलता है कि हाथ मत लगाओ मेरा करोड़ों का माल है. आखिर क्या है पूरा मामला?और क्यों जुटाता है कचरा? पढ़ें ये पूरी रिपोर्ट…

रास्ते से उठा लाते हैं कचरा
आपको बता दें, कि जिले में कचरा सेठ के नाम से मशहूर व्यवसायी योगेश गुप्ता को कचरा इकट्ठा करने का बड़ा ही शौक है. वह कहीं भी जाते हैं, वहां से कचरा अपने बैग भर लाते हैं. इतना ही नहीं बल्कि शहर की गली-मोहल्ले में जाकर भी यह कचरे को बीन लाते हैं और अपनी तीन मंजिला बिल्डिंग में जमा कर लेते हैं. यही वजह है कि पिछले दो वर्ष से वह कचरा इकट्ठा कर रहे थे और उन्होंने अपने तीन मंजिला मकान की दूसरी ओर तीसरी मंजिल को कचरा घर में तब्दील कर दिया था.

बेटी की तबीयत तक हो गई खराब
इस कचरे की दुर्गंध से परिजन ही नहीं बल्कि मोहल्ले के लोग भी बेहद परेशान हो रहे थे. व्यापारी योगेश पाल की बेटी की तबीयत भी इसी गंदगी के चलते खराब हो गई थी.उसके बाद बेटी ने वार्ड पार्षद को इस बात की शिकायत की. उसके बाद वार्ड पार्षद ने नगर पालिका के सफाई अमले को व्यापारी के घर भेजा और सफाई करना शुरू किया और जब नगर निगम की टीम कचरा उठा रही थी, तब व्यापारी योगेश गुप्ता झगड़े पर अमादा हो गया.कचरे में डले प्लास्टिक के पाइप को उठाकर पीटने तक की धौंस देने लगे.

घर से निकली 3 ट्रॉली गंदगी
सफाईकर्मियाें ने छत व कमरों से कचरा बाहर सड़क पर फेंका तो सड़क से कचरा भरकर फिर घर में ले जाने लगे. उसके बाद नगर पालिका ने जेसीबी और ट्राली की मदद से तीन ट्रॉली कचरे को टचिंग ग्राउंड भिजवाकर व्यापारी का कचरा घर साफ कराया है. जिसमें फटे-पुराने कपड़े, प्लास्टिक का सामान आदि कचरा था. करीब एक दर्जन कर्मचारियों की टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद छत व कमराें से इतना कचरा निकाला कि गली की सड़क पर ढेर लग गया था.

 

 

 

 

दो साल पहले 8 ट्रॉली निकली थी गंदगी
हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब व्यवसायी ने कचरा बटोरा हो. ढाई साल पहले 12 जून 2022 को भी योगेश गुप्ता के घर से आठ ट्राली कचरा निकला था. उस समय नगर निगम की टीम ने आधा दर्जन से ज्यादा ड्रमों में नीबू, आम के छिलके, पानी निकालने के बाद खाली नारियल के खोके तक निकाले थे. स्थानीय लोगों का कहना है, कि कचरे के कारण इस घर से ऐसी बदबू उठती है कि आसपास रहने वाले इस दुर्गंध से नही रह पाते, जिस वजह से मोहल्ले में भी कई लोग बीमारी का शिकार हो जाते हैं. तो वहीं निगम कमिश्नर देवेंद्र चौहान का कहना है, कि शिकायत मिली थी के शहर में एक व्यवसायी के घर पर भारी मात्रा में कचरा इकट्ठा कर रखा है.