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कोटाबाग।
ग्राम गौतियां की अपरकोटा बागजाला नहर की सफाई के दौरान शनिवार को बड़ा हादसा हुआ जिसमें चार मजदूर मलबे की चपेट में आ गए। सुबह लगभग 10:30 बजे अचानक नहर के ऊपर बनी देवीपुरा–सौड़ मोटर मार्ग की पिचिंग टूटकर नीचे गिर गई और मजदूरों को दबा लिया।

मलबे के नीचे फंसे मजदूरों में से बालम सिंह (नाथूजाला, कोटाबाग) और अरुण सिंह (दौलतपुर, बाजपुर) ने खुद को सुरक्षित निकालने में कामयाबी पाई, जबकि विशेष और गौरव (दोनों 18 वर्षीय, बन्नाखेड़ा निवासी) मलबे में दब गए। विशेष कंधे तक मलबे में फंसे थे जबकि गौरव पूरी तरह दबा हुआ था।

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बालम सिंह ने मौके पर साहस का परिचय देते हुए अपने हाथों से मिट्टी हटाकर गौरव को सांस लेने का मौका दिया और आस-पास के लोगों को भी सहायता के लिए बुलाया। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए और लगभग तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद विशेष और गौरव को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

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दोनों घायल मजदूरों को तुरंत 108 एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटाबाग पहुंचाया गया। प्रभारी चिकित्सक डॉ. अंजली कनक ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया।

सिंचाई विभाग के एसडीओ कैलाश सिंह रजवार भी हादसे की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे और विभागीय कर्मचारियों के साथ मिलकर राहत कार्यों का नेतृत्व किया।

यह घटना मजदूरों के जज्बे और स्थानीय लोगों की तत्परता का जीवंत उदाहरण बनी, जिससे बड़ी त्रासदी टल गई।

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सबहेडिंग्स

  • सिंचाई नहर की सफाई के दौरान देवीपुरा–सौड़ मोटर मार्ग की पिचिंग गिरने से मजदूर मलबे में दबे

  • बालम सिंह और अरुण सिंह ने खुद को बचाया, विशेष और गौरव 3 घंटे तक मलबे में फंसे रहे

  • बालम सिंह ने मिट्टी हटाकर गौरव को सांस लेने का मौका दिया और ग्रामीणों को मदद के लिए बुलाया

  • घायल मजदूरों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजकर रेफर किया गया

  • सिंचाई विभाग के एसडीओ ने राहत अभियान का नेतृत्व किया

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