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महिंद्रा थार चोरी कर फरार हुए आरोपी को बहादराबाद थाने की पुलिस ने पलवल हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया। फरार होने के दौरान पुलिस ने टायर में गोली मारकर आरोपित को दबोच लिया। पकड़ा गया अंतर्राज्यीय वाहन चोर इतना शातिर है कि उसके खिलाफ राजस्थान में चोरी सहित विभिन्न मामलों में 51 मुकदमे दर्ज हैं। कई राज्यों की पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

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महिंद्रा थार चोरी कर फरार हुए आरोपी को बहादराबाद थाने की पुलिस ने पलवल हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया। फरार होने के दौरान पुलिस ने टायर में गोली मारकर आरोपित को दबोच लिया। पकड़ा गया अंतर्राज्यीय वाहन चोर इतना शातिर है कि उसके खिलाफ राजस्थान में चोरी सहित विभिन्न मामलों में 51 मुकदमे दर्ज हैं। कई राज्यों की पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। उसके कब्जे से आठ नंबर प्लेट, गाड़ियों की 69 चाबियां, चाकू, रेती, मुहर और गाड़ियों की आरसी आदि उपकरण व दस्तावेज बरामद हुए हैं। सीसीआर में घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि 28 जुलाई को अत्मलपुर बोंगला निवासी मनीष कुमार ने घर के बाहर से महिन्द्रा थार चोरी हो गई थी। पुलिस टीमों का गठन कर अलग-अलग राज्यों में भेजा गया।

सीसीटीवी फुटेज से मिले सुराग के आधार पर उपनिरीक्षक अशोक सिरस्वाल के नेतृत्व में एक पुलिस टीम हरियाणा के पलवल पहुंची और अपना वाहन महिंद्रा थार के आगे लगा दिया। पुलिस को देखकर आरोपित वापस भागने लगे। तब उपनिरीक्षक अशोक सिरसवाल ने फायर करते हुए थार के टायर में पेंचर कर दिया और टीम ने एक आरोपी को दबोच लिया, जबकि दूसरा आरोपी भाग निकला। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम रतन सिंह निवासी शिवनगर कॉलोनी जयपुर राजस्थान बताया।

एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि रतन अपनी टीम के साथ मिलकर वाहनों के पूरे लॉक सिस्टम को बदलकर नया लॉक सेट करता है और नई चाबी की मदद से गाड़ी चोरी करता है। इसके बाद फर्जी नम्बर प्लेट और दस्तावेजों पर अन्य राज्यों में बेच देता था।

आरोपित इतने शातिर हैं कि नए सेंसर वाले वाहनों को कोडिंग मशीन से डिकोड करते हुए उसकी नई चाबी बनाकर सॉफ्टवेयर हैक करते और चोरी कर लेते हैं। यदि कोई पुराना वाहन चुराते थे तो उसको मेवात, दिल्ती आदि स्थानों पर कटवा देते थे।

पुलिस टीम में इंस्पेक्टर बहादराबाद रविन्द्र शाह, उपनिरीक्षक अशोक सिरसवाल, शांतरशाह चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज, उपनिरीक्षक जगमोहन सिंह, कांस्टेबल राहुल देव, रणजीत सिंह, वीरेंद्र सिंह शामिल रहे।

जेल में हुई थी दोनों की मुलाकात

सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल ने बताया कि आरोपित रतन मीना की फरार आरोपित से साल 2017 में जेल में मुलाकात हुई थी। इसी महीने जमानत पर छूटने और कई राज्यों में चल रहे मुकदमों में हो रहे खर्चों से आर्थिक तंगी व अन्य कोई काम न जानने के कारण दोनों हरिद्वार पहुंचे और बहादराबाद क्षेत्र से थार चोरी को अंजाम दिया। पूछताछ में पता चला है कि चोरी की गई थार मेवात में बेचने की फिराक में थे। आरोपियों की घेराबंदी में हरियाणा पुलिस ने भी सहयोग दिया है।

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